Home > Archived > दिल्ली में नहीं बन पाएगी दिवंगत नेताओं की समाधि

दिल्ली में नहीं बन पाएगी दिवंगत नेताओं की समाधि

नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अब दिवंगत होने के बाद बडे नेताओं की समाधि नहीं बनेगी। समाधि के स्थान पर नेताओं कि स्थायी रूप से एक प्लैटफॉर्म बनाया जाएगा । साथ ही उनकी उपलब्धियों को समाधि बनाकर बताने के बजाय एक मेमोरियल दीवार पर उकेरा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि शहरी विकास मंत्रालय ने कुछ दिनों पहले एक प्रस्ताव बनाकर केन्द्र सरकार के पास भेजा था जिसमें जानकारी और सुझाव दिए गए थे। जानकारी में बताया गया था कि राजघाट, शांतिवन आदि इलाकों में बनी बडे नेताओं की समधियों के पास जगह की काफी कमी हो गई है तथा अब और समाधि बनाने में परेशानी खडी हो सकती है। प्रस्ताव में सुझाव दिया गया था कि एकता स्थल के पास एक स्थायी प्लैटफॉर्म बना दिया जाए, जहां दिवंगत हुए बडे नेताओं का अंतिम संस्कार कर दिया जाए और इसके बाद नेताओं की समाधि बनाने के बजाय वहां पर एक मेमोरियल दीवार बना दी जाए, जिसमें इन बडे दिवंगत नेताओं की उपलब्धियों की जानकारी उकेर दी जाए। मंत्रालय अपने इस प्रस्ताव को लंबे समय से लागू करने की कोशिशों में जुटा हुआ था, लेकिन विभिन्न दलों और नेताओं की आपत्तियों के बाद यह प्रस्ताव लागू नहीं हो पा रहा था। राजधानी में राजघाट, विजयघाट, दिल्ली गेट के आसपास बडे नेताओं की समाधियां मौजूद हैं, जिनमें पंडित जवाहर लाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, ज्ञानी जैल सिंह, बाबू जगजीवन राम, चौधरी चरण सिंह समेत कई नेताओं की समाधियां हैं।
सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों ही कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने भी इन समाधियों पर हर साल आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के खचों में कटौती किए जाने का आग्रह केंद्र सरकार से किया था। अनुमान लगाया जा रहा है कि सोनिया गांधी की सिफारिश और राजधानी में कम होती जमीनों के कारण केंद्र ने इस प्रस्ताव को मान लिया है। जानकारी के मुताबिक इस दीवार को बनाने का जिम्मा सीपीडब्ल्यूडी को देने की बात कही गई है। जानकारी के अनुसार हाल ही में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में मंत्रालय के इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। इस प्रस्ताव के पास होने के बाद पूर्व राष्ट्रपति, पूर्व प्रधानमंत्री या इन पदों पर बैठे नेताओं में से किसी की समाधि नहीं बनेगी।

Updated : 11 Feb 2013 12:00 AM GMT
Next Story
Top