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जनमानस

आखिर कब तक?


पाकिस्तान ने जिस तरह से युद्घ विराम का उल्घंन किया है, यह कोई नई बात नहीं है। हमारे दो सैनिकों को बर्बरतापूर्वक मौत के घाट उतार दिया। यह भी कोई नई बात नहीं है, हमारी सरकार ने विरोध दर्ज कराते हुए कहा ऐसी कार्यवाही हम बर्दाश्त नहीं करेंगे यह भी कोई नई बात नहीं है। मगर सवाल यह उठता है कि हम शांति स्थापित करने के लिये कितने बेकसूर लोगों की बलि चढ़ाएंगे, हम शांति चाहते हैं और पाकिस्तान हम पर गोलियों की बौछार कर रहा है, आखिर हम शांति के पाठ से आगे कब बढ़ेंगे।
ओमप्रकाश प्रजापत, धार

Updated : 11 Feb 2013 12:00 AM GMT
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