जनमानस
भ्रष्टाचार के कुल 'पति'
मध्यप्रदेश को भ्रष्टाचार का विश्वविद्यालय बताने वाले राहुल गांधी अपनी यूपीए सरकार में भ्रष्टाचार के कुल 'पति हैं भ्रष्टाचार की कालिख में केन्द्र सरकार की कुख्याति की यही असली व्याख्या है। मनमोहन को मोहरा बनाकर अपनी मां सोनिया के निर्देशन पर चुप्पी साधने वाले राहुल गांधी भ्रष्टाचार की कुंठा में ग्रसित देशवासियों की मानसिकता को क्यों नहीं पढ़ पा रहे आश्चर्य होता है। वे अपने कुल की आराधना में भावनात्मक हो जाते हैं परन्तु कुल के भ्रष्टाचार पर रुदन क्यों नहीं करते। सरकारी योजनाओं परियोजनाओं के नामकरण संस्कार में कुल दीपक प्रज्जवलित किए जाते हंै परंतु आमजन की इन योजनाओं में भ्रष्टाचार के द्वारा बुझ रही बाती पर राहुल को अफसोस क्यों नहीं है। सरकार में शामिल होकर भ्रष्टाचार की बदनामी से बचने के लिए पर्दे के पीछे की उनकी भूमिका असल में खलनायक की ही है। अन्यथा दागियों को बचाने वाले अध्यादेश को फाड़कर फेंकने का नाटक भ्रष्टाचार को खत्म करने का उनका यथार्थ क्यों नहीं बन सका है।
हरिओम जोशी, भिण्ड