बाल सुरक्षा माह 31 से

कार्यशाला में तैयारियों को दिया अंतिम रूप
भिण्ड | जिले में 31 दिसंबर से 31 जनवरी तक बाल सुरक्षा माह का आयोजन किया जाएगा। आज जिलाधीश की मौजूदगी में हुई एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला में बाल सुरक्षा माह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। बैठक में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया। बाल सुरक्षा माह के अंतर्गत नौ माह से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को विटामिन ए का घोल पिलाया जाएगा। एक से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को क्रमिनाशक घोल पिलाया जाएगा। छूटे हुए बच्चों का शत प्रतिशत टीकाकरण किया जाएगा। छूटे हुए बच्चों का शत प्रतिशत बजन लिया जाएगा तथा वृद्धि की निगरानी की जाएगी। कार्यशाला में बाल सुरक्षा माह का सूक्ष्म नियोजन टीकाकरण के सूक्ष्म नियोजन के आधार पर ही बनाने के निर्देश दिए गए। ग्रामीण क्षेत्र के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों की विस्तृत माइक्रोप्लानिंग के भी निर्देश दिए गए। सभी मजरे-टोले व कटिंग क्षेत्र का सूक्ष्म नियोजन में निर्धारण सुनिश्चित करने की हिदायत स्वास्थ्य अधिकारियों को दी गई।
स्वास्थ्य अधिकारियों से कहा गया कि वे महिला एवं बाल विकास के साथ सतत समन्वय रखते हुए बाल सुरक्षा माह को आयोजित करना सुनिश्चित करें। स्वास्थ्य केन्द्रों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ए.एन.एम. व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा बाल सुरक्षा माह की गतिविधियां आयोजित करने के स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए गए। स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे सुनिश्चित करें कि आंगनबाड़ी सहायिकाएं व आशा कार्यकर्ता क्षेत्र के बच्चों को बाल सुरक्षा माह की सेवाओं से लाभान्वित किए जाने हेतु आंगनबाड़ी केन्द्रों पर लाए। यह भी निर्देश दिए गए कि हर स्तर पर रिपोर्टिंग स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग द्वारा संयुक्त हस्ताक्षर से की जाए। रिपोर्टिंग प्रपत्रों को खण्ड स्तरीय कार्यशालाओं में वितरित करने के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए गए। समस्त स्तरों (ग्राम, विकास खण्ड आदि) पर रिपोर्टिंग प्रपत्रों की उपलब्धता बाल सुरक्षा माह के आयोजन के पूर्व सुनिश्चित करने के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए गए।
बाल सुरक्षा माह के संबंध में व्यापक प्रचार प्रसार किए जाने की स्वास्थ्य अधिकारियों को हिदायत दी गई। इसके अतिरिक्त उन्हें पहुंच विहीन क्षेत्रों एवं शहरी क्षेत्रों में विस्तृत माईक्रोप्लानिंग पर काम करने की हिदायत भी दी गई। स्वास्थ्य अधिकारियों से कहा गया है कि सर्वस्तर पर बाल सुरक्षा माह का शुभारंभ जन प्रतिनिधियों अथवा प्रमुख राजनैतिज्ञों को आमंत्रित कर समारोह पूर्वक कराया जाना सुनिश्चित करें। यह भी निर्देश दिए गए कि आयोजन की हर स्तर पर रिपोर्टिंग स्वास्थ्य तथा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संयुक्त हस्ताक्षर से की जाए।
सेक्टर चिकित्सा अधिकारियों के वाहनों में जीपीएस लगाने के निर्देश
ग्राम आरोग्य केन्द्रों की सतत जांच के लिए सेक्टर चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे आरोग्य केन्द्रों का नियमित रूप से निरीक्षण करें, ताकि यह पता चल सके कि आरोग्य केन्द्र नियमित रूप से खुल रहे है अथवा नहीं और वहां से ग्रामवासियों को प्रतिदिन स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हो रही है कि नहीं। जिलाधीश ने सेक्टर चिकित्सा अधिकारियों की निगरानी के लिए उनके वाहनों में जी.पी.एस. सिस्टम लगाने के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए, जिससे उनके आरोग्य केन्द्रों के भ्रमण की स्थिति का पता चल सके। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने आरोग्य केन्द्रों की व्यवस्थाओं को ठीक रखने के खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए।
परिवार नियोजन की समीक्षा
जिलाधीश ने परिवार नियोजन कार्यक्रम की भी समीक्षा की और परिवार नियोजन की प्रगति पर असंतोष जताया। उन्होंने परिवार नियोजन कार्यक्रम के निर्धारित लक्ष्यों को समय पर पूरा करने के खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी एनआरसी में सीसी कैमरे लगवाने के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए।