रहाणे और ताम्बे रहे अव्वल, स्मिथ मैन ऑफ द टूर्नामेंट
नई दिल्ली | भले ही राजस्थान रॉयल्स टीम चैम्पियंस लीग के पांचवें संस्करण के फाइनल में मुम्बई इंडियंस से हार गई लेकिन उसके दो खिलाड़ियों को टूर्नामेंट के प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा गया। अजिंक्य रहाणे को सबसे अधिक 275 रन बनाने के लिए गोल्डन बैट पुरस्कार मिला जबकि प्रवीण ताम्बे को सबसे अधिक 12 विकेटों के लिए गोल्डन बॉल पुरस्कार मिला।
रहाणे ने चैम्पियंस लीग के पांचवें संस्करण में लगातार चार अर्धशतक लगाए। वह छह पारियों में से दो में नाबाद रहते हुए 68.75 के औसत से 275 रन बनाने में सफल रहे।
रहाणे ने पर्थ स्काचर्स के खिलाफ जयपुर में नाबाद 62, जयपुर में ही ओटागो वोल्ट्स के खिलाफ 52, जयपुर में ही चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 70 और फाइनल में मुम्बई इंडियंस के खिलाफ 65 रन बनाए।
ताम्बे ने पांच मैचों में कुल 12 विकेट लिए। ताम्बे के बाद इस पुरस्कार की दौड़ में त्रिनिदाद एवं टोबैगो के स्पिन गेंदबाज सुनील नरेन का स्थान था, जिन्होंने पांच मैचों में 11 विकेट लिए।
41 साल के ताम्बे ने फिरोजशाह कोटला मैदान पर मुम्बई इंडियंस के खिलाफ जारी फाइनल मैच में चार ओवरों में 19 रन देकर दो विकेट लिए।
इससे पहले उन्होंने सुपर किंग्स के खिलाफ जयपुर में 10 रन देकर तीन, ओटागो वोल्ट्स के साथ जयपुर में 17 रन देकर एक, जयपुर में ही पर्थ स्कॉचर्स के खिलाफ 17 रन देकर दो और लायंस के खिलाफ 15 रन देकर चार विकेट लिए थे।
मुम्बई इंडियंस के ड्वेन स्मिथ को मैन ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया जबकि फाइनल में मैन ऑफ द मैच रहे मुम्बई इंडियंस के हरभजन सिंह, जिन्होंने 32 रन पर चार विकेट हासिल किए। स्मिथ ने पांच मैचो में न सिर्फ 223 रन बनाए बल्कि उन्होंने अपनी टीम के लिए कई कैच लिए, कुछ रन आउट किए और साथ ही साथ शानदार क्षेत्ररक्षण की। स्मिथ ने पांच पारियों मे 9, 63 नाबाद, 48, 59 और 44 रन बनाए। सेमीफाइनल के उनके 59 और पर्थ स्कॉचर्स के खिलाफ अहम मुकाबले में बनाए गए 48 रन खास तौर पर काबिलेतारीफ हैं।
उन्होंने बताया कि रैली के लिये 51 सदस्यीय समिति बना कर हर सदस्य को काम सौंप दिया गया है। एक हफ्ते के अंदर पूरी तैयारियां कर ली जाएंगी। उन्होंने कहा कि रैली में आसपास के पांच जिलों के कार्यकर्ताओं के आने की उम्मीद है।