आईएसआई पर राहुल के बयान से गृहमंत्रालय ने किया किनारा

नई दिल्ली। इंदौर के चुनावी रैली में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा आईएसआई संबंधी बयान पर केन्द्र सरकार भी सकते हैं। गृहमंत्रालय द्वारा राहुल को खुफिया विभाग आईबी अधिकारी द्वारा कोई भी सूचना देने से इंकार किया।
गृहमंत्रालय ने कहा कि जब आईबी का ऐसा कोई इनपुट है ही नहीं, तो कोई कैसे `ब्रीफ` कर सकता है। राहुल गांधी के विवादित बयान से कन्नी काटते हुए खुद गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने भी इस संबंध में किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
इंदौर की चुनावी रैली में राहुल गांधी ने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगा के बाद वहां के कुछ युवकों को आईएसआई संपर्क है। कांग्रेस उपाध्यक्ष के इस बयान के बाद मुस्लिम संगठन सहित भाजपा ने आडे हाथ लिया था। कल के झांसी की रैली में भी नरेन्द्र मोदी ने राहुल गांधी पर सीधा निशना साधा था, और कहा आईबी सरकार से बाहर किसी व्यक्ति को सूचना दे सकती है क्या।
दूसरी ओर गृह मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि उनके पास ऐसी कोई रिपोर्ट आई ही नहीं है, जिसमें यह कहा गया हो कि आईएसआई मुजफ्फरनगर में कुछ मुस्लिम लड़कों के संपर्क में है। गृह मंत्रालय सही है कि ऐसी कोई रिपोर्ट उसकी जानकारी में नहीं है, तो राहुल ने इंदौर में जनता से झूठ बोला है और उन्हें इस पर सफाई देनी होगी।
वहीं आईबी पूर्व अधिकारी आंतरिक सुरक्षा के संवेदनशील मुद्दे पर कोई भी जानकारी राहुल गांधी को देने को एजेंसी की गरिमा के लिए खतरनाक मान रहे हैं। आईबी के एक पूर्व निदेशक के अनुसार सरकार से बाहर किसी राजनेता को इस तरह से ब्रीफ करना गलत है और मामले की जांच कर इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।
