पारेख बताएं, कितने कोयला ब्लॉक हुए आवंटित: सिन्हा

नई दिल्ली | भाजपा ने आज कहा कि पूर्व कोयला सचिव पीसी पारेख की यह टिप्पणी आश्चर्यजनक नहीं है कि प्रधानमंत्री को कोयला ब्लॉक आवंटन मामले में साजिशकर्ता के रूप में मानना चाहिए। पार्टी ने कहा कि पारेख को सार्वजनिक करना चाहिए कि उस समय कितने आवंटन हुए जब प्रधानमंत्री कोयला मंत्रालय के प्रभारी थे।
भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि पारेख के लिए बोलने का समय आ गया है। उन्होंने कम बोला है, उन्हें अब साफ-साफ कहना चाहिए, सार्वजनिक तौर पर कहना चाहिए कि उस समय कितनी फाइलें निपटाई गईं। सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के मुख्यालय से प्रधानमंत्री कार्यालय में कितनी चिट मिलीं और प्रधानमंत्री कार्यालय ने वे निर्देश कोयला ब्लॉक आवंटन के लिए कोयला मंत्रालय को दिए। उनकी यह टिप्पणी पारेख के यह कहे जाने के बाद आई है कि अंतिम फैसला लेने वाले व्यक्ति प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे और मामले में उनका नाम साजिशकर्ता के रूप में लिया जाना चाहिए।
सीबीआई ने कल पारेख के खिलाफ कोयला घोटाले के सिलसिले में मामला दर्ज किया है। सिन्हा ने कहा कि मुझे इस बात को लेकर हैरत नहीं है कि पारेख ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को कोयला घोटाले में आरोपी संख्या एक बनाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा हम सभी इस तथ्य से अवगत हैं कि जब कोयला घोटाला हुआ था, तब वह कोयला मंत्री थे और कोयला ब्लॉक का प्रत्येक आवंटन उनके हस्ताक्षर के बाद ही हुआ। सिन्हा ने इस बात पर भी आश्चर्य जताया कि कोयला ब्लॉक आवंटन की अंतिम मंजूरी देने वाला व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी से कैसे बच सकता है और उन लोगों पर अधिक जिम्मेदारियां कैसे डाली जा सकती हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री को सिर्फ सिफारिशें की थीं।