दो महिला तीरंदाजों को चीन जाने से रोका गया
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इटानगर | चीन में होने वाली विश्व तीरंदाजी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये जा रही दो अरुणाचली तीरंदाजों को वीजा के वैध दस्तावेज ना होने का हवाला देते हुए दिल्ली के हवाई अड्डे पर चीन की यात्रा पर जाने से रोका गया।
16 वर्षीय अरुणाचल प्रदेश की सोरांग यूमी और मसेलो मीहू दोनों तीरंदाज 13-20 अक्टूबर तक चीन के वूजी में होने वाली विश्व तीरंदाजी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए जा रही थीं। इन दोनो को चीन की ओर से से नत्थी वीजा जारी किया गया है। इससे पहले इन दोनों को छोड़कर बाकी सभी खिलाड़ियों को जाने दिया गया है।
भारत का 24 तीरंदाजों और छह कोचों का कुल 30 सदस्यीय दल इस प्रतियोगिता के लिए रवाना होना था। वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए भारतीय तीरंदाजी टीम को बृहस्पतिवार शाम छह बजे वीजा जारी किया गया।
टीम की रात साढे़ ग्यारह बजे की फ्लाइट थी। जब इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर टीम का इमिग्रेशन चेक कर रहे थे तो उसमें अरुणाचल प्रदेश की दो तीरंदाज मासेलो मिहू और सोरांग यूमी थीं। चाइना दूतावास ने इन दोनों को नत्थी वीजा दिया था जबकि बाकियों को सामान्य वीजा दिया गया। लिहाजा इन दोनों को इमिग्रेशन वालों ने रोक लिया। उन्होंने इनसे सामान्य वीजा मांगा। इसके बाद पूरी टीम इन दोनों को छोड़कर चली गई। इस घटना को दुर्भाग्यपुर्ण और खिलाड़ियों के लिये निरुत्साहित करने वाली बताते हुए भारतीय तीरंदाजी असोशिएशन ने केंद्र से मांग की है कि वह चीन के समक्ष यह मुद्दा उठाए।
भारतीय तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष विजय कुमार मल्होत्रा ने चाइना दूतावास की घोर निंदा की है। वह इस मामले को उच्च स्तर पर उठाएंगे और इन दोनों शुक्रवार को वर्ल्ड चैंपियनशिप में भेजने की कोशिश करेंगे। अरुणाचल के मुख्यमंत्री नाबाम तुकी ने कहा है कि वे इस मुद्दे पर विदेश मंत्री सलमान खुर्शिद से बात करेंगे। अरुणाचल प्रदेश के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री निनोंग एरिंग ने चीन की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा, चीन ने हमारे लिये नत्थी वीजा जारी करना हमारे लिये शर्म की बात है। हमे चीन के साथ व्यापारिक संबंध चाहिये। लेकिन इसका मतलब ये नही कि उनका हम पर अधिकार है।
उन्होंने कहा कि अगर चीन अपनी हरकतों से बाज नही आया तो हमे उनसे सारे कूटनीतिज्ञ संबंध तोड़ देने चाहिये। क्या वो हमें तीसरी श्रेणी के नागरिक समझते है?
उल्लेखनीय है कि यह पहला मामला नहीं है जब चीनी दूतावास ने भारतीय टीम में शामिल होने वाले अरुणाचली प्रदेश के खिलाड़ियों के साथ इस तरह का व्यवहार किया है। इससे पहले अरुणाचल प्रदेश के दो वेटलिफ्टरों को चीनी दूतावास ने नत्थी वीजा जारी किया था। इसके चलते इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन विभाग ने दोनों लिफ्टरों को एशियाई यूथ चैंपियनशिप में जाने से रोक दिया था। इससे पहले चीन ने जम्मू कश्मीर के लोगों को भी नत्थी वीजा जारी किया था।