आरोप पत्र को लेकर पीड़ित लड़की के परिजनों ने जाहिर की नाराजगी

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार पीड़िता के परिजनों ने मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा अदालत में दाखिल आरोप-पत्र में कथित रूप से हत्या की धारा नहीं जोड़ने पर सख्त नाराजगी जाहिर की है। परिवार ने कहा है कि अगर पुलिस की ऐसी ही नीयत और हरकतें रहीं तो उनकी बेटी को कभी इंसाफ नहीं मिल पाएगा। दिल्ली पुलिस की कथित चूक के खिलाफ पीड़ित परिवार क़ानूनी कार्रवाई पर भी विचार कर रहा है। बलात्कार पीड़ित लड़की के भाई ने कहा कि दिल्ली पुलिस द्वारा अदालत में दाखिल आरोप-पत्र में हत्या की धारा नहीं जोड़े जाने की खबर अगर सच है तो यह बहुत गलत और आपत्तिजनक है। पीड़ित के भाई के अनुसार यह इतने संवेदनशील मामले पर पुलिस की घोर लापरवाही को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस का इस तरह का लापरवाही भरा रवैया रहा तो उनकी दिवंगत बहन तथा परिवार को न्याय नहीं मिल पाएगा। पीड़ित लड़की के भाई ने कहा कि उनका परिवार दिल्ली पुलिस की कथित चूक के खिलाफ कानून के जानकारों से विचार-विमर्श करके आगे की कार्रवाई करेगा। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने शनिवार को अदालत में स्वीकार किया था कि सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या मामले में वह आरोपियों के खिलाफ हत्या के गम्भीर आरोप का जिक्र करना भूल गयी। दिल्ली पुलिस ने इसके लिए टाइपिंग की गलती होने का दावा किया था। लड़की के भाई ने अपनी बहन के मित्र के उस बयान को सही करार दिया है जिसमें कहा गया है कि दरिंदगी की शिकार हुई उस लड़की ने बलात्कारियों को जलाकर मार डालने की बात कही थी। उन्होंने मीडिया से भी उनकी निजता के अधिकार का सम्मान करने की अपील की।