पीड़िता के दोस्त के आरोपों से दिल्ली पुलिस का इंकार

नई दिल्ली | दिल्ली पुलिस ने सामूहिक बलात्कार पीड़ित के दोस्त के इन आरोपों से इंकार किया कि उन्हें अस्पताल ले जाने में देरी की गई और कहा कि कॉल आने के बाद पीसीआर बिना कोई वक्त लगाए घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस ने आरोपों को खारिज किया कि पुलिस की प्रतिक्रिया सुस्त थी और पीसीआर अस्पताल ले जाने के बजाए मामले के न्यायक्षेत्र को लेकर बहस में रही और समय नष्ट किया। उन्होंने कहा कि मामले के न्यायक्षेत्र को लेकर कोई मुद्दा नहीं था, क्योंकि पीसीआर वाहन थानों के तहत काम नहीं करतीं, बल्कि पुलिस मुख्यालय स्थित नियंत्रण कक्ष उन्हें नियंत्रित करता है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि नियंत्रण कक्ष को 16 दिसंबर की रात 10 : 21 बजे घटना को लेकर कॉल मिला और पीसीआर वैन जेड - 54 को 10 : 24 बजे मामले को देखने को कहा गया लेकिन एक अन्य पीसीआर ई - 74 वैन घटनास्थल पर 10 .27 बजे अपने आप पहले पहुंच गई, जबकि जेड - 54 वहां 10 : 29 बजे पहुंची। पीडिता के दोस्त के इस आरोप पर कि सर्दी में उनके नंगे बदन पर कपडे तक नहीं डले गए, पुलिस की ओर से कहा गया कि दोनों पीडितों को उस समय जो भी संभव सहायता दी जा सकती थी, दी गई व बेहतरीन चिकित्सा सुविधाओं वाले अस्पताल पहुंचाया गया।