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ज्योतिर्गमय

सही सोच का जादू

आदमी का जीवन सोच से चालू होता है। यदि सोच सही है तो इंसान हर परिस्थिति में खुश रह सकता है। इंसान एक दूसरे से लड़ता क्यों है क्योंकि सोच में भिन्नता है जो कि स्वाभाविक ही है। जब देवताओं के सोच अलग-अलग रहे तो हम तो इंसान हैं। सारा विश्व सोच संचालित है। सारे आविष्कार, वैज्ञानिक, यांत्रिकी प्रगति सही सोच, सकारात्मक सोच का ही परिणाम है पर फिर भी कभी घटनाएं ऐसा मोड़ ले लेती हैं कि सकारात्मक और सही सोच पर भी संदेह होने लगता है पर जो भी हो हमें हमेशा अच्छा ही सोचना चाहिए। हमारा मन मस्तिष्क रात को नींद में भी चलते रहता है। यदि मन अशांत है तो नींद उथली होगी उल्टे-सीधे सपने आएंगे। सुबह तरोताजा नहीं उठेंगे। आलस्य से भरे रहेंगे। सही सोच अच्छी नींद लाता है बल्कि सोने जाते समय सब खिड़की बंद कर दो तो फौरन नींद आ जाएगी। किसी ने नेपोलियन से पूछा कि आप युध्द के मैदान पर घोड़े की पीठ पर कैसे सो जाते हैं तो नेपोलियन ने जवाब दिया- ''मैंने अपने मन में 'विजन होल्स' (कबूतर खाने) बना रखे हैं। जब जिस विषय पर सोचना होता है उसी खाने को खोलता हूं बाकी बंद रहते हैं और जब सोना होता है तो सारे खाने बंद कर देता हूं और सो जाता हूं नींद आ जाती है।'' इसीलिए कहा गया है कि सोने जाते समय मन को बिल्कुल खाली कर दो सिर्फ भगवान को याद करो नींद आ जाएगी। यह भी प्रैक्टिस की चीज है अभ्यास करते-करते ही यह स्थिति आएगी। मोह, चिंता, भय, राग, आसक्ति भी इंसान को बहुत परेशान करते हैं। इनसे यदि छुटकारा मिल जाए तो मन शांत होगा। तब सब ठीक हो जाएगा। गीता में मन को ठीक रखने के लिए कितना कुछ दिया है पर हम पढ़ें, सोचें और चलें तभी कहीं पहुंचेंगे। दुनिया में सारी चीजें भगवान ने बनाई है पर उसे ठीक से संचालित करने, उपयोग करने और उसे सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी इंसान की है, पर हम हैं कि प्रकृति को नुकसान पर नुकसान पहुंचाते जा रहे हैं। उसे कष्ट दे रहे हैं और स्वयं भी कष्ट पा रहे हैं। निर्माण और विध्वंस दोनों चल रहे हैं। इसलिए लाभ और हानि दोनों भोग रहे हैं। मनुष्य ने दुनिया को बहुत कुछ दिया भी है तो छीना भी है। आज हम एक दूसरे के कितने नजदीक हो गए हैं संचार माध्यमों के कारण। आविष्कारों ने बहुत कुछ दिया है। आगे भी मिलता रहेगा यदि हम उसकी देखरेख ठीक से करते रहें तो। सब आदमी के सोच का जादू है। सोच सही है तो सब कुछ ठीक है नहीं तो सब गड़बड़ हो जाता है। तो हम अपने सोच को सही रखें। विस्तार दें अच्छाई के लिए और विश्व में अमन चैन, सुख शांति फैलाएं। बस यही मेरा संदेश है। 

Updated : 31 Jan 2013 12:00 AM GMT
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