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राजधानी, शताब्दी का सफर होगा और महंगा

राजधानी, शताब्दी का सफर होगा और महंगा
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नई दिल्ली | राजधानी, दूरंतो और शताब्दी में यात्रा करना आने वाले समय में कुछ और महंगा हो सकता है। खाने-पीने (कैटरिंग) की चीजों के दाम में बढ़ोतरी के मद्देनजर इन प्रमुख रेलगाड़ियों का किराया और बढ़ना लगभग तय है।
निर्णय प्रक्रिया में शामिल रेल विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि राजधानी, शताब्दी और दूरंतो में खान-पान का शुल्क बढ़ने के बाद इन प्रमुख रेलगाड़ियों के किराए में 15 रुपए से लेकर 20 रुपए तक की बढ़ोतरी होगी।
अधिकारी ने कहा कि शुल्कों में संशोधन की घोषणा जल्दी होगी और सॉफ्टवेयर अदयतन होते ही इसे लागू किया जाएगा। संशोधन की घोषणा होने पर इन रेलगाड़ियों के किराए में 22 जनवरी के बाद हुई यह दूसरी बढ़ोतरी होगी।
पिछले महीने करीब 10 साल बाद मेल और एक्सप्रेस रेलगाड़ियों में खाने-पीने की चीजों के दाम बढ़ाये गये, लेकिन इसमें राजधानी, शताब्दी और दूरंतो रेलगाड़ियों का कैटरिंग शुल्क नहीं बढ़ा था। उक्त रेलगाड़ियों में यात्रियों को दिए जाने वाले भोजन और अल्पाहार का शुल्क टिकट के किराए में शामिल होता है।
रेल मंत्रालय ने इन गाड़ियों और एक्सप्रेस रेलगाड़ियों के खाने की सूची और शुल्क में संशोधन पर सुझाव देने के लिए एक समिति का गठन किया था। अधिकारी ने कहा कि शुल्क में संशोधन का फैसला समिति की सिफारिशों की जांच और रेल बोर्ड के सुझाव के आधार पर किया गया है।
नकदी संकट से जूझ रही रेलवे ने सभी गाड़ियों में खान-पान सेवा बेहतर करने के लिए कई तरह की पहल की घोषणा की है। खाने की सूची में से कोल्ड ड्रिंक और चॉकलेट हटाया जा रहा है और इनकी जगह पर नामी गिरामी कंपनी की आइसक्रीम और दही की आपूर्ति की जाएगी। उन्होंने कहा हम राजधानी और अन्य प्रमुख गाड़ियों में बदलाव से जुड़े ब्योरे पर काम कर रहे हैं ताकि यात्रियों को अच्छा खाना मुहैया कराया जा सके।
उक्त प्रमुख गाड़ियों का शुल्क बढ़ाने की वजह के बारे में अधिकारी ने कहा पिछले बार जब दशक भर पहले शुल्क में बढ़ोतरी हुई थी उसके बाद से खाद्य तेल और अन्य खाद्य उत्पादों की कीमत कई गुना बढ़ी है। इसलिए इसमें संशोधन होना काफी समय से लंबित था। रेलवे 21 राजधानी और 23 दूरंतो समेत 59 प्रमुख गाड़ियों में 91,000 लोगों को खाना और अल्पाहार मुहैया कराती है।
उन्होंने कहा कि गाड़ियों में बेहतर खाना मुहैया कराने की कोशिश हो रही है और रेल परिसर में कैटरिंग सेवा की निगरानी के लिए एक जांच दल बनाया गया है। रेलवे ने खाने या कैटरिंग सेवा से जुड़े मामलों में शिकायत के संबंध में यात्रियों के लिए मुफ्त हेल्पलाइन पेश की है।
रेलवे ने दावा किया है कि सुबह सात बजे से रात दस बजे तक पूरे हफ्ते यह हेल्पलाइन काम करेगी और इस पर फौरन अमल हो सकता है। साथ ही यदि शिकायत सही पाई गई तो कैटरिंग कंपनी का अनुबंध तुरंत रद्द किया जा सकता है। रेल यात्री किराए में बढ़ोतरी के बाद रेल मंत्री पवन कुमार बंसल ने खाना और सफाई सेवा में भी सुधार का वादा किया था।



Updated : 27 Jan 2013 12:00 AM GMT
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