जनभागीदारी से बनेगा हजार बिस्तर का अस्पताल
ग्वालियर | गजराराजा मेडीकल कॉलेज से संबद्ध जयारोग्य अस्पताल की जर्जर हालत को देखते हुए करीब 12 वर्षों से प्रस्तावित पड़े एक हजार बिस्तर के अस्पताल का डिजाइन अब पुराने प्रकार का ही होगा एवं इसे जयारोग्य परिसर में ही बनाया जाएगा। त्यागपत्र देने के बाद पुन: चिकित्सा शिक्षा मंत्री बने अनूप मिश्रा ने यह साफ कर दिया है कि अस्पताल के डिजाइन और स्थान में कोई परिवर्तन नहीं किया जाए। उन्होंने 'स्वदेश से विशेष चर्चा में बताया कि अब इस अस्पताल का निर्माण जन भागीदारी से करने पर विचार किया जाएगा। प्रस्तावित अस्पताल भवन के स्वरूप एवं स्थान में हाल ही में हुए परिवर्तन को रद्द किए जाने संबंधी सवाल पर श्री मिश्रा ने बताया कि 'हजार बिस्तर के अस्पताल को लेकर बीच में कुछ भ्रांतियां आ गई थीं। मैंने पूर्व में तय हुए अस्पताल के डिजाइन और स्थान को यथावत रखने संबंधी निर्णय पर पुनर्विचार करने के लिए गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय प्रबंधन को कहा है। श्री मिश्रा ने कहा कि 'अब चूंकि प्रदेश सरकार ने हॉस्पीटल को उद्योग का दर्जा दे दिया है। परियोजनाओं और परिस्थितियों में कुछ परिवर्तन भी आए हैं। इस कारण इसकी पुन: समीक्षा की जाएगी।
देश के अन्य बड़े अस्पतालों की तर्ज पर प्रस्तावित हजार बिस्तर के अस्पताल को अत्याधुनिक बनाए जाने संबंधी गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के प्रस्ताव संबंधी सवाल पर श्री मिश्रा ने कहा कि नवीन अस्पताल भवन अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा। प्रदेश के अन्य अस्पतालों को भी अत्याधुनिक बनाया जाएगा। छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा आदमी प्रदेश के अस्पतालों में उपचार करा सकेगा। श्री मिश्रा द्वारा पूर्व कार्यकाल में तैयार की गई अधिकांश परियोजनाओं के अवरुद्ध होने संबंधी सवाल पर श्री मिश्रा ने कहा कि उस समय तो अन्य विभागों का प्रभार भी मेरे पास था। चिकित्सा शिक्षा में जो काम रुके थे उन्हें शीघ्र पूरा कराया जाएगा। ''मंत्री महोदय के जैसे आदेश मिलेंगे, उसी अनुरूप कार्य किये जाएंगे। विभागीय मंत्री श्री मिश्रा ने शनिवार को भोपाल में आयोजित बैठक में अस्पताल को पूर्व में तैयार हुए डिजाइन के अनुरूप एवं जयारोग्य अस्पताल परिसर में पूर्व प्रस्तावित स्थान पर बनाने का आदेश दिया है।
वीना अग्रवाल
अधिष्ठाता गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय ग्वालियर