बम-बम भोले पर थिरके कदम

बम-बम भोले पर थिरके कदम
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ग्वालियर | सरस्वती शिशु मंदिर चिटनिस की गोठ के तत्वाधान में रविवार $img_titleको शिवोत्सव कलापर्व धूमधाम से मनाया गया। जिसमें विद्यालय के बच्चों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर दर्शकगणों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गृह राज्यमंत्री नारायण सिंह कुशवाह एवं विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ शिक्षाविद् व समाजसेवी बैजनाथ शर्मा, भारतीय स्टेट बैंक के उप महाप्रबंधक उल्हार अम्बर्डेकर, विद्यालय समिति के अध्यक्ष चन्द्रपाल सिंह सेंगर थे। अध्यक्षता ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष अनुराग बंसल ने की।कार्यक्रम का शुभारम्भ भगवान नटराज की प्रतिमा पर माल्र्यापण एवं दीपप्रज्जवलन कर किया गया। अतिथियों का स्वागत तिलक लगाकर और श्रीफल भेंटकर किया गया। इसके बाद शुरू हुआ रंगारंग प्रस्तुतियों का दौर। सर्वप्रथम विद्यालय की छात्राओं ने माँ सरस्वती की वंदना प्रस्तुत की। इसके बाद गणेश वंदना पर छात्र-छात्राओं ने आकर्षक नृत्य की प्रस्तुति देकर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। फिर बच्चों ने शिव आराधना पर नृत्य प्रस्तुत किया। बम-बम भोले... भजन पर बच्चों ने लाजवाब नृत्य प्रस्तुत किया, तो दर्शकगण उनके अभिवादन में ताली बजाने लगे। इसके बाद बच्चों ने चिडिय़ा और अण्डा गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया। हकीम जी नाटक और मुनि-चुहिया लघु नाट्य की प्रस्तुति दी गई। इसके बाद विद्यालय की कक्षा 8 की बालिकाओं द्वारा सच बड़ा बलवान और कोई देख रहा है नाटक की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। विद्यालय की छात्राओं ने गोंधल नृत्य की भी आकर्षक प्रस्तुति दी। अंत में विद्यालय की छात्रा कु. संस्कृति दीक्षित ने वंदेमात्रम गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री कुशवाह ने अपने उद्बोधन में कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर समूचे देश में कला को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। यह ही एक मात्र ऐसा विद्यालय है जिसमें बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है। यहां पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को कला, संगीत और शारीरिक शिक्षा भी दी जाती है तथा अच्छे संस्कारों का रोपण भी किया जाता है। कार्यक्रम में सुनील दीक्षित, सरस्वती शिक्षा समिति के सचिव धीरेन्द्र सिंह भदौरिया, समिति के कोषाध्यक्ष गौरीशंकर गुप्ता, विद्यालय के व्यवस्थापक अनिल गुप्ता, संत रविदास विद्यालय के प्राचार्य केशव मथुरिया एवं विद्यालय के प्राचार्य बलवीर सिंह सोलंकी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन सौ. स्नेहल रेवाड़ीकर ने किया।

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