बस खाई में गिरी, 35 के मरने की आशंका

पालमपुर [हिमाचल प्रदेश],। पालमपुर से 25 किमी दूर भुआणा-आशापुरी मार्ग पर सोमवार शाम को हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस एचपी-37-394 के करीब 700 मीटर गहरी ढाक से गिरने से करीब 35 लोगों की मौत की आशका है। बस में करीब 40 लोग सवार बताए जा रहे हैं।देर रात्रि तक सेना, पुलिस, फायर ब्रिगेड व स्थानीय लोगों के संयुक्त सहयोग से चले राहत कार्य में करीब 25 शवों को बस के आसपास ढूंढ निकाला है, जबकि कुछ शव बस के नीचे दबे होने की आशका है। एक तीन वर्ष की बच्ची, एक महिला, परिचालक व एक अन्य व्यक्ति समेत कुल चार लोगों ही जीवित मिले हैं। इस रूट पर अंतिम बस होने के कारण पासधारक कॉलेज छात्र व कर्मचारियों की संख्या अधिक है। घटना के करीब तीन घटे तक दुर्घटनाग्रस्त बस का पता नहीं चल सका। यह बस करीब सात सौ मीटर नीचे गहरी खाई में लुढ़की है। गहरी खाई व घना जंगल होने के कारण बचाव दल के सदस्य काफी देर तक बस को ही नहीं ढूंढ़ पाए। देर रात खाई से प्रकाश चंद नामक व्यक्ति का ही शव सड़क तक लाया जा सका। प्रकाश चंद यहा स्थित वैष्णो माता मंदिर में मुख्य पुजारी था। गहरी खाई में उतरे बचाव दल को देर रात तक करीब 25 शव बस के आसपास मिले हैं। शाम करीब पौने सात बजे हुए दर्दनाक हादसे में बस चालक बलदेव परमार की भी मौत हो गई है जबकि परिचालक सुमित ठाकुर, निवासी बाहडू ठीक है। बस चालक बलदेव परमार निवासी बल्लाह, परौर करीब 15 साल से इस रूट पर बस चला रहा था।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस जब मकोल से थोड़ा आगे ढयोडी के पास सड़क में बेहद संकरे मार्ग में चढ़ाई चढ़ रही थी, तो बस अचानक पीछे हटने लगी, इसके बाद चालक ने बस को फिर चढ़ाने का प्रयास किया, लेकिन बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। वहीं, बस हादसे में घायल मिली एक महिला के अनुसार हादसे से कुछ सेंकेंड पहले बस के चालक की सीट पीछे की ओर खिसक गई थी, इसको लेकर चालक ने यात्रियों को भी बताया था। यात्रियों ने सीट ठीक करने का भी प्रयास किया, लेकिन तब तक हादसा हो चुका था। लोगों का आरोप है कि इस रूट पर निगम की बेहद खटारा बसों को ही भेजा जाता था।उधर, उपायुक्त कागड़ा केआर भारती के अनुसार रात्रि करीब नौ बजे तक छह लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी थी तथा राहत व बचाव कार्य जारी है। इसके लिए पालमपुर के होल्टा, अलहिलाल व योल कैंट से सेना के जवानों के साथ ही आसपास के गावों के सैकड़ों लोग बचाव कार्य में जुटे हैं। धर्मशाला से भी अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है। घटना की सूचना मिलने के बाद ही उपायुक्त कागड़ा व जिला पुलिस प्रमुख दिलजीत सिंह ठाकुर भी मौके पर पहुंच गए।