प्रधानमंत्री ने तोड़ी चुप्पी इस्तीफे के लिए 2014 तक इंतजार करे बीजेपी

नई दिल्ली। गुटनिरपेक्ष सम्मेलन में हिस्सा लेकर तेहरान से नई दिल्ली लौट रहे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बीजेपी के मौजूदा विरोध को ध्यान बंटाने की कोशिश बताया है। अपने इस्तीफे की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष को जनता के फैसले का सम्मान करते हुए 2014 तक इंतजार करना चाहिए, लेकिन वे सत्ता में आने को बेताब हैं। संसद में लगातार हो रहे हंगामे पर उन्होंने कहा कि विपक्ष को चाहिए कि वह सरकार को काम करने का मौका दे, सत्ता में आने की हड़बड़ी न मचाए। कोयला ब्लॉक आवंटन पर जारी घमासान के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अब अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि मेरे इस्तीफे का तो सवाल ही नहीं उठता। मैं फिलहाल इस्तीफा नहीं देने वाला। मुझे पीएम पद की गरिमा भी तो रखनी है। मैं आरोप प्रत्यारोप में नहीं पड़ना चाहता। उन्होंने पीएम पद को लोकपाल के दायरे में भी लाने का पक्ष लिया। दूसरी ओर राहुल गांधी को आने वाले समय में कैबिनेट में शामिल करने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि राहुल कैबिनेट में शामिल होंगे। इससे पहले कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितता को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे की मांग पर अड़ी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हंगामे के चलते संसद के दोनों सदनों को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा सांसद हंगामा करने लगे, जिसके कारण संसद की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। उसके बाद हंगामे के चलते संसद को सोमवार तक के लिए स्थगित करना पड़ा। वहीं, संसद भवन के बाहर समाजवादी पार्टी (सपा), तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) तथा वामपंथी दलों ने प्रदर्शन किया। सपा अध्यक्ष ने कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित भ्रष्टाचार की जांच कराने की मांग की।