संसद में चौथे दिन भी हंगामा, स्थगित

नई दिल्ली। कोयला ब्लॉक आवंटन पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रपट को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे की मांग करते हुए विपक्ष ने शुक्रवार को लगातार चौथे दिन संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित की। लोकसभा की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित कर दी गई है। इस बीच, वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कोयला घोटाले पर सफाई देते हुए कहा है कि कोयला ब्लॉक आवंटन से किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है. चिदंबरम ने कहा कि सरकार सीएजी रिपोर्ट पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर संसद न चलने देना गलत है। कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा कि विपक्ष इस मुद्दे पर सिर्फ राजनीति कर रहा है। उन्होंने कहा कि राजनीति करना तो ठीक है, लेकिन विपक्ष केवल राजनीति ही कर रहा है, जो गलत है।कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि कोल ब्लॉक आवंटन में हर तरीके से नियमों का पालन किया गया। कुल मिलाकर सरकार के तीनों मंत्रियों ने सीएजी रिपोर्ट को खारिज करने का प्रयास किया। इधर, लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के सदस्यों ने प्रधानमंत्री का इस्तीफा मांगा। बढ़ते हंगामे को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी। बाद में कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर भी यही स्थिति रही, जिसके कारण पीठासीन अधिकारी फ्रांसिस्को सरदिन्हा ने सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी।उधर, राज्यसभा में भी सभापति हामिद अंसारी ने हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर तक स्थगित कर दी। लेकिन कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर भी यही स्थिति रही, जिसके कारण उप सभापति पीजे कुरियन ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।गौरतलब है कि पिछले सप्ताह संसद में पेश की गई सीएजी की रपट में कहा गया है कि निजी कंपनियों को कोयला ब्लॉक आवंटन में पारदर्शिता के अभाव के कारण सरकारी खजाने को गत वर्ष 11 मार्च तक 1.85 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।