असम हिंसा में झुलसा अब लखनऊ, मीडिया कर्मी बने निशाना

लखनऊ| असम हिंसा और कुछ मांगों को लेकर लखनऊ में शुक्रवार को अलविदा की नमाज के बाद करीब 1000 लोगों ने जमकर उपद्रव किया। इस दौ
रान मीडिया कर्मियों को विशेष तौर पर निशाने पर लिया गया और उनकी जमकर पिटाई की गई। एक इलेक्ट्रॉनिक चैनल के प्रतिनिधि की गाड़ी तक तोड़ दी गई। इलाके में तोड़फोड़ और पथराव किया गया। शहर में अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया। थाना चौक स्थित पीले वाली मस्जिद के बाहर से शुरू हुआ तोड़फोड़ और पथराव का सिलसिला शाम तक जारी रहा। इन लोगों ने दोपहर बाद हजरतगंज की दुकानें और बाजार भी बंद करवा दिए। पूरे शहर में इस समय जाम की स्थिति बनी हुई है। पिटाई और बदसलूकी के विरोध में हजरतगंज चौराहे पर पत्रकारों ने प्रदर्शन किया है। इन लोगों ने आगजनी करते हुए कुछ वाहनों में आग लगा दी। पूरे इलाके में बाजार बंद हैं। प्रभावित इलाके में पुलिस तैनात कर सतर्कता बढ़ा दी गई है। प्रमुख सचिव (गृह) आर्यन श्रीवास्तव ने आश्वासन दिया है कि उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने घटना में घायल हुए तीन पत्रकारों को मुआवजे देने का ऐलान किया अपनी राय दें
