पेट्रोल मूल्य वृद्धि पर बरसे विपक्षी नेता

महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़कर रख दी है। पेट्रोल की कीमतों को कुछ समय के लिए घटाकर सरकार ने जनता को राहत देने का दिखावा किया था, लेकिन राष्ट्रपति चुनाव के बाद सरकार की असिलियत सामने आ गई। सरकार द्वारा पेट्रोल मूल्यों में वृद्धि के आदेशों को लेकर क्षेत्र के प्रमुख विपक्षी नेताओं ने मोर्चा खोला है।

इनेलो के व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव योगेश शर्मा हिलालपुर ने कहा कि काग्रेस सरकार ने फिर से पेट्रोल के दाम बढ़ाकर जनता को मंहगाई तले कुचलने का काम किया है। इतना ही नहीं डीजल तथा रसोई गैस के दाम बढ़ाने की तैयारी चल रही है। मौजूदा सरकार के शासन में किसानों के लिए खेती, नौकरीपेशा लोगों के लिए परिवार चलाना तथा व्यापारियों के लिए व्यापार करना मुश्किल हो गया है। सरकार अपने कार्यकाल के दौरान सबसे अधिक कीमतें बढ़ाने की ओर केंद्रित रही है, लेकिन दूसरी ओर किसानों को उनका हक भी नहीं दिया जा रहा। भाजपा के जिलाध्यक्ष डा. महेद्र गर्ग ने कहा कि पेट्रोल की कीमतें बढ़ाने से समाज के हर वर्ग पर बुरा असर पडे़गा। उन्होंने कहा यह तेल कंपनियों तथा देश के मंत्रियों की मिलीजुली चाल है। एनडीए के शासन काल में विश्व बाजार में तेल की कीमतें अत्यधिक होने के बावजूद भारत में पेट्रोल व डीजल के दाम काफी कम थे, लेकिन विश्व बाजार में तेल की कीमतों में भारी गिरावट के बावजूद भारत में कीमतें आसमान छू रही है। देश के शीर्ष पदों पर बैठे मंत्री जनता के साथ फरेब कर रहे है, लेकिन जल्द ही उन्हे उनकी करनी का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।



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