बंद कमरे में मिलेंगे मनमोहन और जरदारी

नई दिल्ली| पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की निजी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और जरदारी के बीच अकेले में बातचीत होने की अटकलें हैं। बताया जा रहा है कि दोनों नेता जब बात करेंगे तो उनके साथ अधिकारी नहीं होंगे। आम तौर पर दो देशों के नेता जब भी बात करते हैं तो दोनों पक्षों के अधिकारी बातचीत के आधार पर नोट बनाते हैं, जो बाद में आधिकारिक रिकॉर्ड बन जाता है।
बताया जा रहा है कि दोनों नेता कई मुद्दों पर खुलकर बात कर सकें, इसलिए कोशिश की जा रही है कि अधिकारियों की नामौजूदगी में ये मुलाकात हो। हालांकि, आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि नहीं की गई है। पाकिस्तानी राष्ट्रपति जरदारी के साथ उनके बेटे बिलावल भुट्टो भी आ रहे है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा जरदारी को दिए गए भोजन कार्यक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शामिल हो सकते हैं। अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की मजार पर जाने से पहले आठ अप्रैल को पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी नयी दिल्ली में दोपहर के भोजन पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात करेंगे।
वर्ष 2005 में पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुर्शरफ के नई दिल्ली दौरे के बाद यह पड़ोसी देश के राष्ट्राध्यक्ष का पहला दौरा होगा । राष्ट्रपति जरदारी के साथ 40 सदस्यीय एक शिष्टमंडल के आने की सम्भावना है। इस शिष्टमंडल में जरदारी के पारिवारिक सदस्य, आंतरिक मंत्री रहमान मलिक, विदेश सचिव सलमान बशीर, वरिष्ठ सहयोगी और दर्जन भर से अधिक पत्रकार शामिल हो सकते हैं|