रूसी अदालत ने की भगवद् गीता पर प्रतिबंध लगाने संबंधी याचिका खारिज

रूसी अदालत ने की भगवद् गीता पर प्रतिबंध लगाने संबंधी याचिका खारिज


$img_titleमास्को
. रूस की एक अदालत ने भगवद् गीता के अनूदित संस्करण पर प्रतिबंध लगाने की मांग संबंधी याचिका बुधवार को खारिज कर दी। अदालत के इस फैसले से रूस में रह रहे हिन्दुओं को बड़ी जीत हासिल हुई है। अदालत ने गत 27 दिसंबर को निचली अदालत द्वारा सुनाए गए उस फैसले के खिलाफ की गई अपील को खारिज कर दिया जिसमें भगवद् गीता के अनूदित संस्करण पर प्रतिबंध लगाने संबंधी याचिका को खारिज कर दिया गया था। इस्कान के साधु प्रिय दास ने कहा हमने मुकदमा जीत लिया है। अदालत ने सरकारी वकीलों की याचिका को खारिज कर दिया है।अदालत ने कल इस मामले में अपना फैसला आज तक के लिए सुरक्षित रख लिया था। साइबेरिया के तोमस्क शहर में सरकारी वकीलों ने भगवद् गीता के अनूदित संस्करण को कट्टरपंथी साहित्य बताते हुए कहा था कि इससे सामाजिक वैमनस्य फैल रहा है1 उन्होंने गत जून में इस संस्करण पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए याचिका दायर की थी।

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