यशवंत भी हुए बागी, येदियुरप्पा का अल्टीमेटम
नई दिल्ली. कर्नाटक में जहां मुख्यमंत्री बनने पर आमादा येदियुरप्पा की ओर से हाईकमान को दिया गया अल्टीमेटम खत्म हो गया है, वहीं झारखंड में राज्यसभा चुनाव को लेकर यशवंत सिन्हा बगावत पर उतर आए हैं।
झारखंड में दो सीटों के लिए हो रहे राज्य सभा चुनाव के लिए सोमवार को 6 प्रत्याशियों ने पर्चे भरे। नामांकन के आखिरी दिन भी भाजपा अपना उम्मीदवार नहीं दे पाई। कांग्रेस की ओर से प्रदीप बलमुचू और झामुमो की तरफ से संजीव कुमार ने पर्चा भरा। झाविमो के प्रवीण सिंह ने फिर से पर्चा भरा, जबकि वह पहले भी नामांकन कर चुके थे। तीन निर्दलीय उम्मीदवारों, अंशुमान मिश्र, आरके अग्रवाल और पवन कुमार धूत ने भी नामांकन किया। हालांकि अंशुमान मिश्र ने दावा किया कि वह भाजपा, झामुमो और आजसू के साझा उम्मीदवार हैं।
सूत्र बताते हैं कि भाजपा ने एसएस अहलूवालिया को दोबारा मौका नहीं देने और अंशुमन तिवारी को समर्थन देने का फैसला किया है। लेकिन इसे लेकर भाजपा में बगावत हो गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने साफ कहा है कि अंशुमन को समर्थन देने की स्थिति में वह भाजपा छोड़ देंगे। उधर, भाजपा आलाकमान पर फिर कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाए जाने का दबाव डाल रहे बीएस येदियुरप्पा ने राज्यसभा चुनाव के लिए सोमवार को बागी उम्मीदवार उतार दिया।
लेकिन पार्टी ने देर शाम इस उम्मीदवार को निलंबित कर दिया। येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री रहने के दौरान उनके राजनीतिक सचिव रहे बीजे पुत्तस्वामी ने सोमवार को अंतिम क्षणों में नामांकन दाखिल किया। भाजपा ने इसे पार्टी विरोधी गतिविधि बताते हुए उन्हें निलंबित कर दिया। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष केएस ईश्वरप्पा ने कहा कि पुत्तस्वामी भाजपा के आधिकारिक उम्मीदवार नहीं हैं।