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जनमानस

''छोटे मियां सुभान अल्लाह

आतंक का पर्याय अजमल कसाब को फांसी पर लटकाए जाने के ठीक बाद आतंकी संगठन पाक तालिबान ने कसाब को फांसी दिए जाने पर बदला लेने के लिए भारतीय लोगों और ठिकानों पर हमला करने की धमकी दी है। ये तो ठहरे बड़े मियां इनसे तो यही उम्मीद की जा सकती है, छोटे मियां सुभान अल्लाह तो इनसे भी शातिर निकले। अलगाववादी गुट के अध्यक्ष यासीन मलिक जिसने भारत का ही दाना पानी खा कर भारत की ही जमीन पर खड़े हो कर यह कहना शुरु कर दिया है कि भारत ने अगर अफजल को फांसी पर लटकाया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। कितनी अजीब है। जिस सिरफिरे दरिन्दे को जो हमारे संसद पर हमले का मास्टर है जिसे हमारी उच्ततम न्यायालय के द्वारा मौत की सजा दी गई हो, उसी आतंकवादी के प्रति यासीन मलिक का ऐसा बयान राष्ट्र के प्रति न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि हमारे उच्चतम न्यायालय का अपमान भी है। सबसे आश्चर्य पूर्ण तथ्य तो यह है कि अफजल जैसे क्रूर मौत के व्यवसाई अफजल के बचाव में यासीन मलिक के साथ-साथ नेशनल क्रॉफ्रेंस जैसी मुख्य धारा की राजनीतिक पार्टी भी आगे आ रही है। ऐसे में राष्ट्र के प्रति इस दिशा में हमारी केन्द्र सरकार को इस गंभीर चुनौती को स्वीकार करते हुए कड़े कदम उठाने चाहिए भारत के एक-एक नागरिक को सतर्क रहने की आवश्यकता है। आतंकी चाहे कोई भी हो उसका न तो कोई धर्म होता है और न ही कोई जाति इन्हें इनकी ही भाषा में समझाया जाना चाहिए।
प्रवीण प्रजापति, ग्वालियर

Updated : 26 Nov 2012 12:00 AM GMT
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