लैंगिक भेदभाव खत्म करने की जरूरत : राष्ट्रपति

लैंगिक भेदभाव खत्म करने की जरूरत : राष्ट्रपति
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नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील ने महिलाओं को पूरी तरह राष्ट्र की मुख्यधारा $img_titleमें लाने की जरूरत पर बल देते हुए कहा समाज में व्याप्त, उन सामाजिक पूर्वाग्रहों को समाप्त किया जाना चाहिए, जिनके कारण लैंगिक भेदभाव शुरू हुआ है।
राष्ट्रपति ने 63वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम अपने सम्बोधन में कहा, "किसी भी समाज में महिलाओं की स्थिति उस समाज की तरक्की का एक प्रमुख संकेत होता है। महिलाओं के सशक्तीकरण से, ऎसे सामाजिक ढांचों को खडा करने में मदद मिलेगी जो स्थिर हों।" उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 में राष्ट्रीय महिला सशक्तीकरण मिशन स्थापित किया गया।
इससे महिला केंद्रित तथा महिलाओं से संबंधित कार्यक्रमों के समन्वित कार्यान्वयन में सहायता मिलेगी। महिलाओं के विकास का एक महत्वपूर्ण पहलू, उनकी आर्थिक तथा सामाजिक सुरक्षा है। बालिका भ्रूण-हत्या, बाल-विवाह तथा दहेज जैसी, सामाजिक बुराइयों को समाप्त करना जरूरी है।

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