आरबीआई ने सीआरआर घटाया

मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने प्रमुख नीतिगत दरों को अपरिवर्तित रखा है, लेकिन नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) को आधा फीसदी घटाकर 5.5 फीसदी कर दिया गया है। आरबीआई के इस कदम से बैंकिंग व्यवस्था में 32,000 करोड़ रुपये की तरलता बढ़ेगी।
सीआरआर में कटौती 28 जनवरी, 2012 से शुरू हो रहे पखवाड़े से प्रभावी होगी। केंद्रीय बैंक ने रीपो रेट को अपरिवर्तित रखा है। सीआरआर कुल जमा या शुद्ध मांग और सावधि देनकारी (एनडीटीए) का तय हिस्सा होता है, जिसे बैंकों को रिजर्व बैंक के पास रखना होता है।
वर्तमान में यह 6 फीसदी है। इसका मतलब है कि प्रत्येक 100 रुपये की जमा पर बैंकों को अब 5.50 रुपये आरबीआई के पास रखने होंगे, जबकि पहले पहले 6 रुपये रखने होते थे। आरबीआई मार्च 2010 के बाद से 13 बार नीतिगत दरों को बढ़ा चुका है। रिवर्स रीपो रेट और रीपो रेट को क्रमश: 7.5 फीसदी और 8.5 फीसदी के स्तर पर बरकरार रखा गया है।