शतरंज का जन्म भारत में हुआ है। पौराणिक शास्त्रों के अनुसार शतरंज का आविष्कार रावण की पत्नी मंदोदरी ने सबसे पहले किया था। पहले इस खेल का नाम चतुरंग था।
सांप-सीढ़ी
भारत में जन्में इस खेल को मोक्ष-पट कहा जाता है। इस खेल को सारिकाओं या कौड़ियों की सहायता से खेला जाता था। सांप-सीढ़ी के खेल का वर्तमान स्वरूप कवि संत ज्ञानदेव द्वारा तैयार किया गया था।
कबड्डी
ग्रुप में खेला जाने वाला खेल कबड्डी, प्रमुख रूप से भारत में खेला जाता है। महाभारत काल में भगवान कृष्ण और उनके साथियों द्वारा कबड्डी खेली जाती थी। इस बात का उल्लेख एक ताम्रपत्र में है।
खो-खो
खो-खो आउटडोर गेम्स का सबसे पुराण प्रकार है। इसका उद्भव प्रागैतिहासिक भारत में माना जाता है। इस गेम की खोज आत्मरक्षा और आक्रमण के गुर को विकसित करने के लिए हुई थी।
पोलो या सगोल कंगजेट
घुड़सवारी वाला यह खेल 34 ईस्वीं में मणिपुर में खेला जाता था। उस समय इसे ‘सगोल कंगजेट’ कहा जाता था।
फुटबॉल
फुटबॉल खेल का सबसे प्राचीन उल्लेख महाभारत में मिलता है। महाभारत में जिक्र है कि भगवान कृष्ण अपने साथियों के साथ यमुना किनारे फुटबॉल खेलते थे।
तीरंदाजी
तीरंदाजी का आविष्कार भारत में हुआ। इसके कई प्रमाण हैं। धनुर्वेद नाम से एक प्राचीन वेद भी है जिसमें इस विद्या को विस्तार से बताया गया है।
कुश्ती
इस खेल का जन्म भारत में हुआ है। रामायण काल में हनुमान और महाभारत काल में भीम का अपने साथियों के साथ कुश्ती लड़ने का जिक्र आता है।
हॉकी
हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है। हॉकी का जन्म 2000 वर्ष पूर्व ईरान में हुआ था। भारत में मेजर ध्यानचंद को हॉकी का जादूगर कहते हैं।
गंजिफा या ताश
ताश जैसे इस खेल में पुराने समय में लगभग 12 कार्ड होते थे जिन पर पौराणिक चित्र बने होते थे। इसी गेम के दूसरे संस्करण ‘नवग्रह-गंजिफा’ में 108 कार्ड होते थे। यही गंजिफा बाद में ताश का खेल बन गया।
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