करेले का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।
टाइप-1 डायबिटीज में शरीर इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है, टाइप-2 डायबिटीज में शरीर इंसुलिन को अच्छी तरह रिस्पांस नहीं करता
करेला चारटिन और मोमोर्डिसिन जैसे तत्व होते हैं।जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करते है
करेले जूस से टाइप-2 डायबिटीज के रोगियों में पाए जाने वाले फ्रुक्टोसामाइन के स्तर को कम करता है।
करेले जूस में खीरा, लेमन जूस और हल्दी पाउडर मिलाने से कड़वाहट कम होती है।
खीरे में पाए जाने वाले तत्व डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभदायक हैं। वॉटर बेस्ड इस सब्जी में खास हार्मोन होते हैं।
नींबू में विटामिन सी और हल्दी में एंटी इंफ्लामेटरी गुण होते हैं, जिसका सेवन करना डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
फल और सब्जियों को शामिल करने से ना सिर्फ इसके गुण बढ़ जाएंगे बल्कि स्वाद भी अच्छा हो जाएगा।