दूध का नाम कान में पड़ते ही हमारी जुबान पर सबसे अमूल का नाम आता है। 78 साल पहले शुरू हुई इस कंपनी के 100 करोड़ से अधिक ग्राहक है।
76 साल पहले गुजरात में आणंद मिल्क यूनियन लिमिटेड (अमूल) की 28 साल के मैकेनिकल इंजीनियर वर्गीज कुरियन ने शुरूआत की।
जब कंपनी किस शुरुआत हुई उस समय रोजाना 247 लीटर दूध बिकता था। अब अमूल रोज 2.50 करोड़ लीटर दूध बेचता है।
आज भारत में 100 करोड़ लोग रोज अमूल को कोई न कोई प्रोडक्ट जरूर इस्तेमाल करते हैं।
अमूल रोजगार देने के मामले में रिलायंस, अडानी, अंबानी, टाटा ग्रुप को पछाड़ रही है।
अडानी करीब 2 लाख लोगों को रोजगार दे रही है। वहीं टाटा ग्रुप के कुल कर्मचारियों की संख्या 8 लाख के करीब है।
रिलायंस में 3 से 4 लाख रुपये लोग काम करते हैं। वहीं अमूल में 15 लाख लोगों को रोजगार मिल रहा है।
अमूल का देश ग्रामीण अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान है। कंपनी रोजाना गांवों में करीब 30 फीसदी का योगदान करती है।
दूध और डेयरी प्रोडक्ट में अपना सिक्का जमाने के बाद अमूल ने गैर-डेयरी उत्पादों की ओर अपना विस्तार शुरू कर दिया।