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बीएचयू में हिंसक बवाल, पुलिस ने किया फ्लैग मार्च

बीएचयू में हिंसक बवाल, पुलिस ने किया फ्लैग मार्च
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वाराणसी/स्वदेश वेब डेस्क। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर में माहौल फिर बिगड़ गया है। परिसर स्थित सर सुन्दर लाल चिकित्सालय में सोमवार की देर शाम सर्जरी वार्ड में जूनियर रेजिडेंट व महिला मरीज के बीच नोक-झोंक से शुरू बवाल देर रात हिंसक हो गया। सूचना पाते ही मौके पर पहुंची फोर्स ने किसी तरह हालात को नियंत्रित किया। मंगलवार तड़के जिलाधिकारी एसएसपी की अगुवाई में पुलिस बल ने परिसर में चक्रमण शुरू कर दिया, पर हालात अभी भी तनावपूर्ण बने हुए हैं।

सरसुन्दर लाल चिकित्सालय में सोमवार रात नौ बजे सर्जरी वार्ड में जूनियर रेजिडेंट व महिला मरीज के बीच इलाज को लेकर नोकझोंक से शुरू हुई बहस देर रात में हिंसा में तब्दील हो गई। दोनो पक्ष रात में थाने पहुंचे तो वहां भी मारपीट हो गई। बीच बचाव कर रहे थाने के प्रभारी निरीक्षक के साथ भी एक पक्ष ने गाली गलौज और धक्का—मुक्की की। थाने से वापस लौटते समय दोनों पक्ष परिसर में फिर भिड़ गये। इसके बाद बेकाबू हुए छात्रों ने परिसर में तोड़फोड़ और आगजनी करना शुरू कर दिया। इससे पूरे परिसर में दहशत फैल गया। लोग गिरते-पड़ते वहां से भागने लगे। पथराव और मारपीट में दोनों पक्षों से कई छात्र घायल हो गये।

घायल छात्रों को उनके साथियों ने इलाज के लिए ट्रामा सेन्टर में भरती कराया। आरोप है कि हिंसक बवाल के बाद बीएचयू प्रशासन मूक दर्शक बना रहा। चीफ प्रॉक्टर रोयाना सिंह ने खुद को कमरे में बंद कर लिया था। उधर रात एक बजे के बाद बिड़ला सी हॉस्टल के छात्रों और धन्वन्तरि हॉस्टल के छात्रों में पत्थरबाजी शुरू हो गई। विवाद में धन्वन्तरि छात्रावास में रहने वाले दो जूनियर डॉक्टरों की बिड़ला के कुछ छात्रों द्वारा पिटाई कर दी गई।

इसके बाद बवाल और बढ़ गया और छात्रों ने परिसर में खड़े एक वाहन में भी आग लगा दी। परिसर में जमकर पत्थरबाजी हुई। मामले को नियंत्रण में करने के बीएचयू प्रशासन के जब सारे प्रयास विफल हो गये तो पुलिस को कमान संभालनी पड़ी। सूचना पर हालात नियंत्रण करने मंगलवार की अलसुबह जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी बीएचयू पहुंचे और उपद्रव कर रहे छात्रों को शांत करने का प्रयास किया।

भोर में छात्रों ने एक मोटरसाइकिल और फूंक दी। वहीं मेडिकल छात्रों ने धन्वन्तरि हॉस्टल में बिरला हॉस्टल के दो छात्रों को बंधक बनाया था, जिसको लेकर पुलिस और छात्रों में जमकर बहस हुई इसके प्रॉक्टर ने दो छात्रों को मुक्त कराया। धन्वन्तरि हॉस्टल के पास पुलिस मेडिकल छात्रों से बात कर रही थी। उसी दौरान मेडिकल छात्रों ने चीफ प्रॉक्टर और पुलिस प्रशासन के सामने एक मोटरसाइकिल फूंकने का प्रयास किया साथ ही सुरक्षाकर्मियों से अभद्र व्यवहार किया, जिसके बाद छात्रों का उपद्रव शांत करने के लिए पुलिस को मजबूरन लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बाद पुलिस ने छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और लाठी पटकते ही छात्र भाग खड़े हुए। पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाल कर हालात को फिलहाल शांत बनाये रखा है।

Updated : 25 Sep 2018 1:53 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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