न सुविधा, न पुलिस बल कैसे होगी अच्छी पुलिसिंग?
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बलरामपुर/स्वदेश वेब डेस्क। नेपाल सीमा से जुड़ा तथा 51 शक्ति पीठों में एक देवीपाटन की सुरक्षा के साथ तीन लाख की आबादी की व्यवस्था की जिम्मेदारी महज 59 पुलिसकर्मियों वाले थाना तुलसीपुर के कंधों पर है। थानें में तैनात पुलिसकर्मी सीमित संसाधन व मूलभूत सुविधाओं का अभाव भी झेल रहे हैं। ऐसे में अपराध पर काबू पाना, शांति व्यवस्था सुनिश्चित कराना तुलसीपुर पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं।
जनपद के थाना क्षेत्र तुलसीपुर के 65 ग्राम पंचायत, नगर तुलसीपुर के अलावा देश के कोने-कोने से शक्ति पीठ देवीपाटन पहुंच रहे सैकड़ों श्रद्धालु, हनुमान स्तम्भ, तहसील परिसर के साथ दर्जनों धार्मिक स्थान की सुरक्षा व्यवस्था और करीब तीन लाख लोगों की जिम्मेदारी थाना तुलसीपुर के जिम्मे है। इस थाने से महज 15 किमी की दूरी पर सोहेलवा का घना वन्य क्षेत्र, 22 किमी की दूरी पर कोईलाबास भारत-नेपाल सीमा होने से यह थाना क्षेत्र सुरक्षा की दृष्टि से पूरे जिले में अतिसंवेदनशील है। इसके बाद भी यहां पुलिसकर्मियों की तैनाती जरूरत से काफी कम है।
आलम यह है कि तुलसीपुर थाने में एक एसएचओ, 12 उपनिरीक्षक, 41 हेड कॉन्स्टेबल, 222 कॉन्स्टेबल समेत कुल 276 जवानों की जरूरत के सापेक्ष महज 59 पुलिसकर्मी की तैनाती है। जिसमें एक एसएचओ, 9 उपनिरीक्षक, 4 हेड कॉन्स्टेबल, 45 कॉन्स्टेबल की संख्या है। दूसरों के समस्याओं का निस्तारण करने को तैनात पुलिस खुद ही कई समस्याओं से घिरी है। ऐसे में बिना पर्याप्त पुलिस बल के तथा मूलभूत सुविधाओं के अभाव में यह पुलिसकर्मी किस प्रकार अपनी ड्यूटी निभाते है, यह विचारणीय प्रश्न है। स्थानीय नागरिकों की पर्याप्त सुरक्षा, शांति व्यवस्था कैसे हो सकती है, यह यक्ष प्रश्न है?
थाने में तैनात पुलिसकर्मियों को रहने के लिए पर्याप्त आवास की व्यवस्था भी नहीं है। एक ही कमरे में दो से तीन कर्मी रह रहे हैं। कमरों की छत जर्जर है। जरा सी बारिश होते ही छतें टपकने लगती हैं। कमरों में लगे बिजली के उपकरण खराब हैं। छत के प्लास्टर गिर रहे हैं। टपकती छत से बचने के लिए पुलिस कर्मी प्लास्टिक-पन्नियों को डंडों से बांधकर गुजारा करने को मजबूर हैं। यही हाल कमोबेश जिले के सभी थानों के हैं।
पुलिस थानों की खस्ता हालात पर जब प्रभारी निरीक्षक एसके त्रिपाठी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पर्याप्त पुलिस बल के लिए कई बार मांग की गई है, मगर नतीजा अब तक सिफर है। उन्होंने कहा कि अपर्याप्त बल के बावजूद भी नागरिकों के सुरक्षा व्यवस्था, अच्छी पुलिंसिग थाने में तैनात जवान निरंतर ड्यूटी कर बखूबी निभा रहे हैं।
Swadesh Digital
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