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फूस की झोपड़ी, खुले में शौच, चूल्हे पर खाना, सांसद जी यह कैसा गोदनामा!

फूस की झोपड़ी, खुले में शौच, चूल्हे पर खाना, सांसद जी यह कैसा गोदनामा!
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गोंडा। सांसद द्वारा गोद लिए गांव में जमीनी हकीकत देखकर आप दंग रह जाएंगे। गांव में आशियाना के नाम पर फूस की झोपड़ी, खुले में शौच और चूल्हे पर खाना बनाती महिलाएं गोद लिए गांव की दुर्दशा बयां कर रही हैं। यहां पर विकास के नाम पर सिर्फ पानी की टंकी लगाई गई है। आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण तो हो गया है लेकिन केंद्र पर कार्यकत्रियां नहीं आती। उजियार पुरवा के प्राथमिक विद्यालय में चूल्हे पर खाना बनाती रसोईया और विद्यालय से नदारद प्रधानाध्यापक शिक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान लगा रहे हैं।

टूटे-फूटे खड़ंजे, बजबजाती नालियां, एक आध अधूरे पड़े शौचालय, फूस की झोपड़ियां, अब गोद लिए गांव की पहचान बन चुकी हैं। कुआनो नदी की सीमा से सटे मुजेहना विकास खंड के ग्राम पंचायत लालनगर लक्ष्मणपुरजाट गांव को वर्ष 2014 में सांसद कीर्तिवर्धन सिंह ने गोद लिया था। सांसद द्वारा गांव को गोद लिए जाने के बाद ग्रामीणों को उम्मीद थी कि अब गांव का कायाकल्प हो जायेगा लेकिन पांच बरस में विकास के नाम पर ग्रामीणों को सिर्फ पानी की टंकी मिली। इस ग्राम पंचायत के मजरा उजियार पुरवा, लक्ष्मणनगर, लालपुर की 80 प्रतिशत आबादी आज भी फूस की झोपड़ी में रहने को मजबूर है।

सरकार द्वारा देशभर में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है लेकिन इन मजरों में ग्रामीण एक अदद शौचालय के लिए मोहताज हैं। इन्हें मजबूरन खुले में शौच करने के लिए विवश होना पड़ रहा है। एक दशक पूर्व लगाये गए खड़ंजे भी टूट चुके हैं। गांव में नालियां बनाई ही नहीं गईं। ग्रामीण अपनी सुविधानुसार कच्ची नालियां खोदकर पानी बहा रहे हैं। गांव की महिला निर्मला ने बताया कि उसे आवास, शौचालय सहित किसी भी योजना का लाभ नहीं मिला। यहां उज्जवला योजना भी धरातल पर नहीं उतरी जिससे अधिकांश घरों में महिलाएं आज भी चूल्हे पर खाना बनाने के लिए विवश हैं। गांव के शिवकुमार राजभर ने बताया कि मेरे पुरवे में करीब तीन माह से पानी की सप्लाई नहीं मिल रही है। कई बार इसकी शिकायत की गई लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। यहां के प्राथमिक विद्यालय में चूल्हे पर भोजन पकाया जा रहा है। प्रधानाध्यापक विद्यालय में मौजूद नहीं मिले। शिक्षा व्यवस्था भी पूरी तरह से चौपट नजर आयी।

Updated : 22 April 2019 7:13 AM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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