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उत्तरप्रदेश में भाजपा काट सकती है 18 से अधिक सांसदों के टिकट

उत्तरप्रदेश में भाजपा काट सकती है 18 से अधिक सांसदों के टिकट
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लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने इस समय के 68 सांसदों में से कई मौजूदा सांसदों के टिकट काटने की संस्तुति केन्द्रीय नेतृत्व से की है। पार्टी ने ज्यादातर सीटों पर मौजूदा सांसदों के अलावा अन्य दो दावेदारों का पैनल बनाकर केन्द्रीय नेतृत्व को भेज दिया है।

केंद्रीय संसदीय बोर्ड की शनिवार को बैठक दिल्ली में होने के आसार हैं। इस बैठक में राज्य के पहले और दूसरे चरणों के प्रत्याशियों की 16 सीटों पर प्रत्याशियों के बारे में विचार किया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर शुक्रवार को हुई कोर कमेटी की बैठक में डेढ़ दर्जन सांसदों को दोबारा टिकट न देने पर सहमति बनी है। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ, प्रदेश मुख्य चुनाव प्रभारी जे.पी.नड्डा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. महेन्द्र पाण्डेय, दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डा.दिनेश शर्मा, भाजपा प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल समेत सभी सह प्रभारी मौजूद थे।

यह तय किया गया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संसदीय सीट वाराणसी व केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह सरीखे बड़े नेताओं पर दावेदारों का पैनल भेजने का कोई औचित्य नहीं है। डा. मुरली मनोहर जोशी की कानपुर, उमा भारती की संसदीय झांसी पर चुनाव लड़ने के बारे में दोनों नेताओं की इच्छा पर छोड़ दिया गया। कई सीटों पर मौजूदा जातीय समीकरण बदलने और विपक्ष के जिताऊ उम्मीदवार लेने की वजह से भी सांसदों का टिकट कट सकता है। जिन सांसदों के टिकट काटने की संस्तुति की गई है। उनके बारे में पिछले जनवरी में क्षेत्रीय स्तर पर चलीं फीड बैठकों, क्षेत्रीय व जिला संगठनों से रिपोर्ट ले ली गई थी। कुछ की सीटें बदली भी जा सकती हैं।

ये सांसद अपने क्षेत्र में निष्क्रिय रहे और विधायकों के साथ तालमेल नहीं बिठा पाए। पार्टी के कार्यक्रमों में भी असहयोगात्मक रवैया अपनाया। बैठक में मंत्रियों और चुनाव अभियान समिति के पदाधिकारियों के और ज्यादा सक्रिय होने पर बल दिया गया। कोर ग्रुप की बैठक में दो चरणों की 16 सीटों की चुनावी तैयारियों के बारे में भी जायजा लिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 28 मार्च से पहले चरण में प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र की आने वाली सीटों के रैलियां संभावित हैं। बैठक में इन रैलियों के बारे में भी चर्चा हुई।

भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने शुक्रवार को पिछड़ा, अनुसूचित जाति व महिला मोर्चा के अध्यक्ष के साथ अपने-अपने वर्गों की टिकट दावेदारी पर चर्चा की। सभी छह क्षेत्रों के प्रभारी भी मौजूद थे। बैठक में तय किया गया कि टिकट बंटवारे में पिछड़ा वर्ग को तो प्राथमिकता दी जाए। बाकी अनुसूचित जाति मोर्चा के लिए 17 सुरक्षित सीट हैं। इन तीनों मोर्चो से सभी 80 लोकसभा क्षेत्रों में होने वाले सम्मेलनों की प्रगति के बारे में भी जानकारी ली गई।

Updated : 16 March 2019 7:50 AM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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