लखनऊ में कोरोना वायरस के दो मरीज और मिले, उप्र में संख्या 19 पहुंची
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लखनऊ। राजधानी लखनऊ में गुरुवार को कोरोना वायरस से संक्रमित दो और मरीज मिले हैं। अब लखनऊ में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या पांच और उत्तर प्रदेश में 19 हो गई है। इनमें आगरा के आठ, गाजियाबाद के दो, नोएडा के चार और लखनऊ के पांच मरीज हैं।
लखनऊ स्थित किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) ने आज कोरोना वायरस से संक्रमित दो नए मरीजों की पुष्टि की। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि दोनों मरीजों को भर्ती कराया गया है। इनमें से एक मरीज लखनऊ के निशातगंज का निवासी है, जबकि दूसरा लखीमपुर जिले का रहने वाला है।उन्होंने बताया कि लखनऊ का मरीज हाल ही में इंग्लैंड से लौटा है। वहीं लखीमपुर खीरी निवासी मरीज टर्की से घूमकर आया है। दोनों में कोरोना के लक्षण मिलने के बाद जांच की गयी तो वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई।
इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश के लोगों को वीडियो पर संदेश दिया है। सूचना विभाग द्वारा जारी इस वीडियों संदेश में योगी ने प्रदेशवासियों से अपील की है िकवे कोरोना वायरस से बिल्कुल भी भयभीत न हों, बल्कि सतर्क रहें। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने भी कोरोना से बचने के लिए आज एक वीडियो जारी किया। उन्होंने भी लोगों को सावधान और सतर्क रहने की अपील की है।
दरअसल आज पूरी दुनिया कोरोना वायरस की चपेट में है। इसे लेकर उप्र की योगी सरकार करीब एक माह पहले से ही सतर्क है। इससे बचाव के लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों में आइसोलेशन वार्ड बने हैं। हवाई अड्डों और रेलवे स्टेशन पर लगातार स्कैनिंग हो रही है। भारत-नेपाल सीमा पर विशेष सर्तकता बरती जा रही है। वहां के 2200 से अधिक गांवों को सैनिटाइज किया गया है।
कोरोना को लेकर दो दिन पहले राज्य सरकार ने कई बड़े फैसले लिए। सरकारी व निजी कार्यालयों में भीड़-भाड़ कम से कम हो इसके लिए ''वर्क फ्रॉम होम'' की व्यवस्था पर विचार करने के लिए मुख्यमंत्री योगी ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित कर दी।
यदि कोई कर्मचारी कोरोना से संक्रमित होता है तो छुट्टी के बावजूद उसे पूरा वेतन मिलेगा। सरकार ने कोरोना वायरस पीड़ितों की मुफ्त जांच और इलाज कराने की भी घोषणा की है। वर्तमान परिस्थिति का मजदूरों पर कोई असर न पड़े इसके लिए मुख्यमंत्री ने उन्हें आरटीजीएस के जरिए नकद भुगतान का फैसला किया है। प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थाओं को दो अप्रैल तक बंद कर दिया गया है। भर्ती आयोगों की प्रतियोगी परीक्षाएं और विभिन्न बोर्डों एवं विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं दो अप्रैल तक स्थगित कर दी गई हैं। तहसील दिवस, थाना दिवस, जनता दर्शन व धरना-प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है। प्रदेश की प्रमुख विपक्षी समाजवादी पार्टी ने भी 22 अप्रैल तक अपने सभी कार्यक्रम आज रद्द कर दिये।
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