Home > राज्य > उत्तरप्रदेश > लखनऊ > लखनऊ में टीएमसी नेताओं की एंट्री प्रतिबन्ध : यूपी डीजीपी

लखनऊ में टीएमसी नेताओं की एंट्री प्रतिबन्ध : यूपी डीजीपी

लखनऊ में टीएमसी नेताओं की एंट्री प्रतिबन्ध : यूपी डीजीपी
X

लखनऊ। सीएए को लेकर यूपी में तनाव की स्थिति बरकरार है। किसी भी तरह की आशंका को देखते हुए पुलिस अलर्ट मोड है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के लखनऊ पहुंचने पर रोक लगा दी गई है। यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि लखनऊ में धारा 144 लागू है, ऐसे में टीएमसी नेताओं को हम यहां आने की अनुमति नहीं देंगे। उनके यहां आने से तनाव बढ़ सकता है। इस बीच लखनऊ में 24 दिसंबर तक के लिए स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।

नागरिकता कानून को लेकर यूपी में तनाव की स्थिति बरकरार है। किसी भी तरह की आशंका को देखते हुए पुलिस अलर्ट मोड है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेताओं के लखनऊ पहुंचने पर रोक लगा दी गई है। यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि लखनऊ में धारा 144 लागू है, ऐसे में टीएमसी नेताओं को हम यहां आने की अनुमति नहीं देंगे। उनके यहां आने से तनाव बढ़ सकता है। इस बीच लखनऊ में 24 दिसंबर तक के लिए स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।

बता दें कि राज्य में शनिवार को भी कई जगहों पर हिंसक विरोध-प्रदर्शन हुए। कानपुर और रामपुर में भीड़ ने आगजनी की और पुलिस के साथ झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई। प्रदेश के विभिन्न जिलों में गुरुवार से चल रही हिंसा में अब तक कम-से-कम 18 लोग मारे जा चुके हैं। यूपी पुलिस ने कहा कि हिंसा की वारदात में 879 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है। 260 पुलिसकर्मी जख्मी हैं। 135 अपराधिक तत्वों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

इसके बाद से ही पुलिस ऐक्शन मोड में है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कहा है कि कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा। नुकसान की भरपाई के लिए उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू हो गई है। इस बीच यह जानकारी सामने आई कि टीएमसी के नेता लखनऊ आने वाले हैं। इस पर यूपी पुलिस तुरंत अलर्ट मोड पर आ गई।

डीजीपी ओपी सिंह ने कहा, 'हमें जानकारी मिली है कि टीएमसी के कुछ नेता लखनऊ आना चाहते हैं। हम उन्हें इजाजत नहीं देंगे। यहां धारा 144 लागू है और इनके आने से इलाके में तनाव और बढ़ सकता है।' इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शनिवार को धर्माचार्यों और प्रबुद्ध वर्ग से आगे आकर प्रशासन से सहयोग करने की अपील की थ। योगी ने यह भी कहा कि अगर नागरिकता कानून को लेकर किसी के मन में कोई आशंका भी है तो कानून हाथ में लेने के बजाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के के आश्वासन पर यकीन रखें।

Updated : 22 Dec 2019 6:52 AM GMT
Tags:    
author-thhumb

Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


Next Story
Top