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कांग्रेस से निकाले गए पूर्व सांसद रमाकांत यादव और फूलन की बहन सपा में शामिल

-सपा की बढ़ रही ताकत, 2022 में भाजपा का हो जाएगा सफाया : अखिलेश

कांग्रेस से निकाले गए पूर्व सांसद रमाकांत यादव और फूलन की बहन सपा में शामिल
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लखनऊ। कांग्रेस से निकाले गए पूर्व सांसद रमाकांत यादव रविवार को समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल हो गए। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी की मौजूदगी में रमाकांत यादव ने प्रदेश मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ली। अखिलेश के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ से रमाकांत चार बार सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा पूर्व सांसद स्वर्गीय फूलन देवी की बहन रूक्मणी देवी निषाद समेत दो दर्जन से अधिक बसपा व कांग्रेस के नेता समाजवादी पार्टी में शामिल हुए।

अखिलेश यादव ने कहा कि दूसरी पार्टी से आए नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि ये जो ताकत बढ़ रही है वो 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने और भाजपा को हटाने मदद करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने यूपी से लेकर महाराष्ट्र में दूसरी पार्टी से नेता लाकर अपनी पार्टी मजबूत की। अकेले भाजपा चुनाव नहीं जीत सकती थी। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में देश की अर्थव्यवस्था रसातल की ओर जा रही है। नौजवानों के रोजगार जा रहे हैं, यह चिंता की बात है। उन्होंने निर्वाचन आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव आयोग जरा भी निष्पक्ष नहीं है। समाजवादी पार्टी की तमाम शिकायत के बाद भी ध्यान नहीं दिया गया। रामपुर में डीएम तथा एसपी को नहीं बदला गया है। यह लोग विधानसभा उप चुनाव में धांधली करा सकते हैं। भाजपा सरकार तो ईवीएम का लाभ लेने के साथ जिला व पुलिस प्रशासन का भी साथ लेने में माहिर हो चुकी है।

इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का चीनी मिलों, एम्स और मेट्रो को लेकर ​दिए गए बयान का वीडियो चलवाकर अखिलेश ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार रायबरेली और गोरखपुर को एम्स देने की बात कहती है, जबकि इन दोनों जनपदों में एम्स के लिए जमीन सपा ने दी थी। 2017 त​क जितने मेडिकल कॉलेज बनाने का फैसला लिया गया था, सरकार बताए उसके बाद कौन सा मेडिकल कॉलेज बनाया गया है? उन्होंने कहा कि मेट्रो देने की इस सरकार की बात पर कोई भरोसा नहीं करेगा।

डीजे पर पाबंदी के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि सरकार ने जानबूझकर डीजे पर प्रतिबंध लगाया है। सरकार के फैसले से इस व्यवसाय से जुड़े भारी संख्या में लोग बेरोजगार हो गए हैं। वहीं, राम मंदिर मसले पर अखिलेश ने कहा कि जो भी कोर्ट का फैसला होगा वह मानेंगे लेकिन भाजपा संविधान और देश के कानून पर भरोसा कम करती है। मुख्यमंत्री और एक अखबार को कैसे पता है कि अयोध्या मामले में क्या होने वाला है? पूरा देश संविधान और कानून के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि दलित वर्ग को रोजगार और सम्मान से दूर कर दिया गया है।

पूर्व सांसद रमाकांत यादव के पार्टियां बदलने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि ये ताकतवर नेता हैं। खुशी है कि हमारी पार्टी में आए हैं, ये हमारे साथ रहेंगे अब यहां कहीं नहीं जाएंगे। उन्होंने मिर्जापुर के प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को नमक-रोटी देने के प्रकरण का जिक्र करते हुए कहा कि इस सरकार में पत्रकारों का भी उत्पीड़न हो रहा है। ये लड़ाते और फूट डालते हैं। इस सरकार को हटाने पर सबकी समस्याओं का समाधान हो जाएगा।

उत्तर प्रदेश विधान मंडल दोनों सदनों का 36 घंटे लंबा निर्बाध सत्र चलाने के सवाल पर पर अखिलेश ने कहा, 'हम इंसान हैं, कुछ समय बाद हमारे शरीर को खाना चहिए होता है। जब शरीर साथ नहीं देगा तो क्या बोलेंगे और क्या समझेंगे। ये अच्छी परंपरा नहीं है। सत्र एक हफ्ता दिन में चलाते। सरकार के सारे काम रात में ही क्यों होते हैं? रात में सबको थका कर महात्मा गांधी को याद करके भी सच नहीं बोला। नोटबंदी और जीएसटी का फैसला रात में हुआ, उसका नतीजा सबके सामने है। सरकार के डेयरी को प्राइवेट करने पर तंज करते हुए कहा कि आजादी के बाद पराग को सबसे ज्यादा पैसा समाजवादी पार्टी ने ही दिया था।

अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि हम शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लायेंगे। कितना अच्चा बदलाव आया, मुख्यमंत्री भूल गए इस क्षेत्र में ऊपर से नंबर एक आना था, लेकिन नीचे से नंबर हो गए। कुपोषण की रिपोर्ट आई हैं, इसमें आखिरी में रहना था, लेकिन ऊपर से नंबर एक पर हैं। सरकार ने प्राइमरी शिक्षा का पैसा बर्बाद कर दिया। इसके लिए मुख्यमंत्री को बधाई देनी चाहिए।

सपा की मुंबई इकाई के प्रमुख अबु आसिम आजमी ने दूसरे दलों से आने वालों से कहा कि समाजवादी पार्टी के टिकट पाने की लालच में न आएं तो बेहतर है। आसिम ने कहा कि भाजपा के नेताओं में आत्मा नाम की कोई चीज नहीं है। इन लोगों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाई है। अब तो गांधी जी की आत्मा रो रही होगी।

उन्होंने कहा कि कश्मीर में लोग घरों मे कैद हैं। दूसरे पार्टी के नेता कहते हैं कि एक बार अखिलेश के साथ फोटो खिंचवा दें। यह क्रेज है हमारे नेता का। देश में जो भाजपा को रिमोट कंट्रोल से चला रहा है वही कांग्रेस को भी चला रहे हैं। अखिलेश को कश्मीर से कन्याकुमारी तक दौरा करना चाहिए। समाजवादी परिवार में अब गिले शिकवे भूलने का वक्त है।

रमाकांत यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी तो परिवार है। घर वापस आकर बहुत खुश हूं। अब समाज का युवा अखिलेश यादव की ओर देख रहा है। अब तो सपा का सिपाही हूं जहां खड़े होने का आदेश मिलेगा तन्यमयता से काम करूंगा। अपने घर परिवार में आने के बाद खुश हूं। देश के जो हालात और राजनीतिक समस्या है, हर कोई आशा भरी निगाह से अखिलेश की ओर देख रही हैं। साम्प्रदायिक और फिरकापरस्त ताकतों का फन अखिलेश ही कुचल सकते हैं। मैं एक सिपाही के रूप में तथा कार्यकर्ता के रूप में हर काम करूंगा।

सपा में शामिल होने पर पूर्व सांसद स्वर्गीय फूलन देवी की बहन रूक्मणी देवी ने कहा कि मैं अपने पुराने घर में वापस आई हूं। मेरे छोटे भाई अखिलेश यादव पूरे सम्मान के साथ लाए हैं। मैं अपने भाई का मरते दम तक साथ दूंगी। हम सब को मिलकर अखिलेश यादव को 2022 में मुख्यमंत्री की कुसी पर बैठना है।

Updated : 6 Oct 2019 2:31 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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