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यूपी में हिंसा भड़कने पर विपक्ष सरकार पर हुआ हमलावर

यूपी में हिंसा भड़कने पर विपक्ष सरकार पर हुआ हमलावर
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लखनऊ। नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) के खिलाफ शुक्रवार को प्रदेश के विभिन्न जनपदों में हिंसक प्रदर्शन को लेकर विपक्ष ने प्रदेश सरकार पर नाकाम होेने का आरोप लगाया है।

सरकार की बदला लेने की अलोकतांत्रिक भाषा से हालात बिगड़े-अखिलेश

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट किया कि राज्य सरकार पक्षपाती सीएए को लेकर जनता में विश्वास पैदा करने के बजाये 'बदला लेने' जैसी अलोकतांत्रिक भाषा का प्रयोग कर रही है, जिसकी वजह से आज कई जगह हालात बिगड़े हैं। ठोकतंत्र की सोच वालों को जनता अब और नहीं सहेगी। आज देश क़ौमी एकता के लिए एक साथ खड़ा है। जय हिंद!

गुंडागर्दी को रोकने के बजाय बढ़ावा दे रहे सपा अध्यक्ष-भाजपा

उधर अखिलेश पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता डॉ. चन्द्रमोहन ने कहा कि बंद की आड़ में गुंडागर्दी, हिंसा करना समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं-नेताओं की फितरत है। यह वही पार्टी है, जिसके अध्यक्ष अखिलेश यादव जनता के पैसे से बने सरकारी बंगले में न केवल तोड़फोड़ करते हैं बल्कि उसमें लगीं टोटियां भी उखाड़कर ले जाते हैं।

उन्होंने कहा कि सपा कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को प्रदेश में बंद के नाम पर जिस तरह सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, वह न केवल निंदनीय है बल्कि एक आपराधिक कार्य भी है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी को रोकने के बजाय इसे बढ़ावा दे रहे हैं। अखिलेश यादव खुद सरकारी बंगले में तोड़फोड़ करते हैं और इन्हीं के नक्शे-कदम पर चलकर सपा कार्यकर्ता भी सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं। ये साबित करता है कि सपा एक पार्टी नहीं बल्कि अपराधियों का गिरोह है।

सरकार प्रदेश के नागरिकों की आवाज सुनने को तैयार नहीं-अजय कुमार

उधर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि आज जिस तरह से पूरे प्रदेश में हिंसा का तांडव हो रहा है वह बहुत ही चिन्ताजनक है। सरकार प्रदेश के नागरिकों की आवाज सुनने को तैयार नहीं है, जिसकी वजह से पूरे प्रदेश में धरना-प्रदर्शन और हिंसा का दौर चल गया है जो बहुत ही चिन्ता का विषय है। यह सरकार और प्रशासन की नाकामी है कि वह प्रदेश में हिंसा होने से रोक नहीं पायी है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस यह मानती है कि किसी भी सभ्य समाज में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। महात्मा गांधी ने कहा था कि आंख के बदले आंख लेने से तो पूरा विश्व ही अंधा हो जायेगा। इसलिए कोई भी धरना-प्रदर्शन या आन्दोलन, सत्याग्रह व अहिंसक तरीकों से जब किया जाता है तो सरकारों को हमेशा झुकना पड़ता है। आज पूरे प्रदेश में भाजपा सरकार के कुशासन की वजह से प्रत्येक वर्ग में निराशा का माहौल है, जिसकी वजह से प्रदेश के नागरिकों को आन्दोलनरत होना पड़ रहा है। अजय कुमार लल्लू ने कहा कि प्रजातंत्र में अहिंसात्मक तरीकों से ही सभी को अपनी बात कहनी चाहिए एवं रखनी चाहिए। इसके साथ ही सरकार को भी प्रदेश के नागरिकों के प्रति सहिष्णु रहना होगा। सरकार का यह दायित्व है कि वह नागरिकों के सवालों का जवाब दे और नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करे।

सीएए-एनआरसी जबरन थोपने के कारण हालात खराब, हिंसा अनुचित: मायावती

वहीं बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने आज कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा लाये गये नये नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) एवं राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) को भी जबरन थोपे जाने को लेकर पूरे देशभर में जगह-जगह व्यापक जन आक्रोश का पार्टी समर्थन तो करती है, लेकिन हिंसा अनुचित है। बसपा कार्यकर्ता दूसरी पार्टियों के लोगों की तरह सड़कों पर निकलकर हिंसा व तोड़फोड़ तथा सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने आदि का काम कतई भी न करें।

प्रदेश के कई जिले हिंसा की चपेट में

प्रदेश में शुक्रवार को सीएए और एनआरसी को लेकर कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला। कानपुर, बहराइच, बुलंदशहर, बिजनौर, अमरोहा, गोरखपुर, फिरोजाबाद, मुजफ्फरनगर, मेरठ, हाथरस सहित कई जनपदों में उपद्रवियों ने हिंसा की और पुलिस पर फायरिंग व पथराव किया। जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज की। हिंसा में कई पुलिसक​र्मी घायल हुए हैं। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई और भारी फोर्स की तैनाती कर दी गई है।

Updated : 20 Dec 2019 1:35 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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