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रामजन्मभूमि का फैसला आते ही यूपी के कई शहरों में पसरा सन्नाटा, बंद हुई दुकानें

रामजन्मभूमि का फैसला आते ही यूपी के कई शहरों में पसरा सन्नाटा, बंद हुई दुकानें
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लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तत्काल बाद से उत्तर प्रदेश के बहराइच, सुल्तानपुर और अयोध्या समेत ज्यादतर शहरों की सड़कों पर सन्नाटा रहा। पेट्रोल पंप और दवा दुकानें खुली हैं। अब कुछ जगहों पर लोग सड़कों पर निकलना शुरू हो गए हैं।

अयोध्या में हनुमान गढ़ी के आस पास की दुकानें पुलिस ने बंद करवा दी और लोगों को इकट्ठा होने से रोकना शुरू कर दिया है। हालांकि हनुमानगढ़ी से करीब 100 मीटर आगे आगे सन्नाटा पसरा हुआ है लेकिन दुकानें खुली हुई हैं। कुछ लोगों ने पटाखा दागना शुरू किया पर पुलिस ने आकर उन्हें रुकवा दिया है। डीएम और एसएसपी लगातार मार्च कर रहे है। कानपुर में भी फैसले के बाद डीएम विजय विश्वास पंज और एसएसपी अनंत देव मिश्रित आबाजी वाले क्षेत्रों में निकले। मुस्लिम समुलाय के लोगों से सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। कानपुर के सर्वाधिक संवेदनशील इलाकों में शमुार परेड, चमनगंज, बेकनगंज में आरएएफ ने फ्लैग मार्च किया।

बरेली में बड़ा बाजार बंद, नावल्टी चौराहा, बिहारीपुर सिविल लाइंस इलाके की आधे से ज्यादा दुकानें बंद है। सड़कों पर भीड़ कम है। हालांकि बंदी की वजह जुलूस-ए-मोहम्मदी पर निकलने वाले अंजुमन बताई जा रही हैं। अधिकांश दुकानदार अंजुमन में शामिल है। शहर की सड़कों से भीड़ गायब है। डीएम नीतीश कुमार, एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय, एडीएम, एसडीएम सीओ इंस्पेक्टर और पैरामिलिट्री फोर्स के साथ शहर में पैदल मार्च कर रहे हैं। मुस्लिमों का कहना है कि उन्हें उन्हें 5 एकड़ जमीन मिल गई है। अब सरकार उन्हें कहां जमीन देती है। बाद में पता लगेगा। राम मंदिर के फैसले को सभी ने मन से स्वीकार कर लिया है। स्थिति सामान्य है लेकिन भीड़ काफी कम नजर आ रही है।

सुरक्षा की दृष्टि से बरेली को आठ जोन 32 सेक्टर 112 सब सेक्टर में बांटा गया है। सभी सेक्टर में मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए गए हैं। पल-पल की सूचना कंट्रोल रूम को दी जा रही है। साइबर यूनिट में तैनात इंस्पेक्टर सर्विलांस के जरिए शहर के प्रमुख लोगों पर नजर रखते हुए हैं। सुरक्षा की दृष्टि से उनकी निगरानी बढ़ा दी गई है। उनके मोबाइल नंबर को लिसनिंग पर लगाकर सुना जा रहा है।

शाहजहांपुर में भी फैसले से पहले तक बाजार में सन्नाटा रहा। दुकानें भी कम खुली थीं, लेकिन फैसला आने के बाद पूरे शहर में दुकानें धड़ाधड़ खुलीं। रोज की तरह चहल-पहल शुरू हो गई। खरीदारी को लोग घरों से निकले और ऐसा कहीं भी कुछ नहीं लगा कि शुक्रवार को कुछ खास होने वाला था। प्रशासन ने अयोध्या मामले में आने वाले फैसले के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। जिले के सभी थाना क्षेत्रों में पुलिस राउंड पर रही।

एएमयू में ज्यादातर लोगों ने किया फैसले का सम्मान। एएमयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष फैजुल हसन ने कहा कि हमारे लिए देश मे अमन जरूरी है। जो फैसला कोर्ट का है, उसका सम्मान किया जाएगा। यूनिवर्सिटी के अन्य छात्रों ने भी फैसले पर हर्ष जताया।

Updated : 10 Nov 2019 11:09 AM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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