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उप चुनाव : छत्तीसगढ़ में छह उम्‍मीदवारों के भाग्य ईवीएम में बंद, 75 प्रत‍िशत मतदान

उप चुनाव : छत्तीसगढ़ में छह उम्‍मीदवारों के भाग्य ईवीएम में बंद, 75 प्रत‍िशत मतदान
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जगदलपुर। चित्रकोट विधानसभा के लिए सोमवार को लगभग 75 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग कर 6 उम्‍मीदवारों के चयन का फैसला वोटिंग मशीनों में बंद कर दिया। वहीं चुनाव संपन्न करवाने को 229 मतदान केंद्रों पर करीब एक हजार सरकारी कर्मचारी और 2 हजार सशस्त्र जवानों को सुरक्षा में लगाया गया था। प्रत्येक बूथ के लिए पीठासीन अधिकारी सहित तीन मतदान अधिकारी न‍ियुक्‍त किये गए थे । ज‍िला न‍िर्वाचन अधिकारी अय्याज तंबोली ने बताया क‍ि इस उपचुनाव में लगभग 75 प्रत‍िशत मतदान हुआ है। अभी सभी कुछ मतदान दल वापस नहीं आया है, इसलिए वोटिंग का आंकड़ा और बढ़ सकता है। बस्तर में इस बार भी नक्सलियों ने चुनाव बहिष्कार का फरमान जारी किया था, लेकिन मतदाताओं ने फरमान को दरकिनार करते हुए जमकर वोट डाले ।

चित्रकोट विधानसभा क्षेत्र के गादमरास मतदान केन्द्र सहित कई मतदान केंद्रों में मतदान की प्रक्रिया विलंब से शुरू हुई। ईवीएम मशीन में एकाएक तकनीकि गड़बड़ी आने से ऐसी स्थिति निर्मित हुई। हालांकि प्रशासन की सर्तकता से समय पर दूसरा ईवीएम मतदान केन्द्रों में पहुंचाया गया, जिससे मतदान की प्रक्रिया प्रारंभ हो पाई । इसके चलते सुबह 8 बजे से होने वाला मतदान 10 बजे शुरू हो सका ।

बस्तर में हर बार की तरह इस बार भी नक्सलियों ने चुनाव बहिष्कार का फरमान जारी किया था, लेकिन मतदाताओं ने इस फरमान को न मानते हुए जमकर मतदान किया। इलाके के किसी भी विधानसभा में नक्सली वोटिंग में कोई खलल नहीं डाल पाए। तगड़ी रणनीति के चलते हुई फोर्स की तैनाती से इस बार ईवीएम लूटने जैसी घटना को भी नक्सली अंजाम नहीं दे पाए। खास तौर पर अति नक्सल प्रभावित इलाकों से भी लोग मतदान के लिए बेखौफ होकर घरों से बाहर निकले और वोट डाले ।

चित्रकोट विधानसभा क्षेत्र अंर्तगत ग्राम सिंगनपुर में मतदान करने पहुंचे सैकड़ों ग्रामीणों का कहना था कि जिस तरह बच्चों को घातक पोलियो से बचाने के लिए 'दो बूंद जिन्दगी की' जरूरी है, इसी प्रकार लोकतंत्र को बचाने के लिए देश के नाम एक-एक मतदान जरूरी है, इसलिए हम मतदान करने आए हैं। वोटरों का उत्साह और संयम ऐसा था कि लोग एक-एक घंटे तक कतार में रहे और मताधिकार का उपयोग करके ही घर लौटे। ग्रामीण क्षेत्र के मतदाता अपने मतों का प्रयोग करने के लिए मतदान के समय से पहले ही पोलिंग बूथ में पहुंच गए थे, तो वहीं दूसरी ओर लोहंडीगुड़ा विकासखंड के इंद्रावती नदी के पार स्थित काटाबांस गांव के मतदाता डोंगी में सवार होकर नदी के दूसरे ओर स्थित करेकोट में बनाये गए मतदान केंद्र में पूरे उत्साह के साथ मतदान करने पहुंचे थे।

चित्रकोट विधानसभा उपचुनाव में महिला वोटर्स की भूमिका खास है। क्योंकि यहां महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों के मुकाबले ज्यादा हैं । लोकतंत्र के महापर्व के तहत मतदान को लेकर जहां मतदाताओं में खासा उत्साह देखा गया, वहीं इसमें महिलाओं और युवतियों में वोटिंग का अलग रोमांच नजर आया। इस बार महिला मतदाताओं की संख्या ज्यादा रही, जिसमें सबसे ज्यादा युवा महिला मतदाताओं की संख्या थी। कतार में लगी महिलाएं मतदान करने को अपनी बारी का इंतजार करती रहीं। कुछ युवा महिला मतदाताओं ने बताया कि चाहे कितनी भी लंबी लाइन लगी रहे, वे मतदान किए बगैर नहीं जाएंगी। उत्साह के साथ मतदान करने को जागरूक इन महिलाओं ने सशक्त लोकतंत्र बनाने को वोट देने को देश के प्रति अपना कर्तव्य बताया। विधानसभा के अधिकांश पोलिंग बूथों पर महिलाओं की लगी लाइन दिखी और उनके चेहरे पर मतदान का उत्साह और इंतजार के कारण व्याकुलता दिखी।

चुनाव के दौरान बस्तर संभाग के घोर माओवादी नक्सली क्षेत्रों में सभी मतदान दल संभागीय मुख्यालय में वापस पहुंच गये हैं। भारी मशक्कत के पश्चात जहां हेलिकाॅप्टर सेवा द्वारा कुछ दल को जिला मुख्यालय तक ईवीएम मशीन सहित पहुंचाया गया , वहींं अधिकांश दलों को कड़ी सुरक्षा के बीच पदयात्रा कर मुख्यालय लाया गया।

चित्रकोट विधानसभा सीट के लगभग सभी मतदान केन्द्रों के ईवीएम मतदान के बाद मतदान दलों द्वारा लाई गई है, जिसे धरमपुरा स्थित महिला पालिटेक्निक कॉलेज के स्ट्रांग रूम में कड़ी सुरक्षा के बीच रखी गयी जिनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआरपीएफ जवानों को सौंपी गई है। सीआरपीएफ के सशस्त्र जवान पूरी मुस्तैदी के साथ स्ट्रांग रूम के आसपास जमे हुए हैं। यहां आला अधिकारियों के अलावा अन्य कर्मचारियों का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है। अधिकारियों के अलावा राजनीतिक दलों के उम्‍मीदवारों के चुनाव अभिकर्ता और कुछ दलों के उम्‍मीदवार भी मौजूद थे।

छत्तीसगढ़ जोगी कांग्रेस के अध्यक्ष अमित जोगी ने चित्रकोट उपचुनाव को लेकर सोशल मीडिया में पीठासीन अधिकारी पर कांग्रेस पक्ष में वोट डलवाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा है कि चित्रकोट उपचुनाव के दौरान बूथ क्रंमाक 14 मारडूम के पीठासीन अधिकारी मतदाताओं के साथ ईवीएम मशीन तक जाकर कांग्रेस के पक्ष में मतदान करवा रहे थे। अमित जोगी ने कहा कि खुले आम मत दुरुपयोग की शिकायत के बाद भी प्रशासन उसपर रोक नहीं लगा पाई।

उन्होंने कहा कि बूथ क्रमांक-94 तुरांगुर में पुलिस ने जनता कांग्रेस के बूथ एजेंट के साथ बेरहमी से मारपीट की और उन्हें मतदान केंद्र में बैठने नहीं दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार पैसे और प्रशासन के साथ पुलिस का भी दुरुपयोग करती रही। जोगी ने कहा कि इसके पूर्व बस्तर निर्वाचन अधिकारी को चुनाव में धांधली रोकने के लिए अंदरूनी इलाके के मतदान केन्द्रों पर केन्द्रीय सुरक्षा बल तैनात करने और कैमरा लगाने के लिए आवेदन दिया गया था और उन्होंने आश्वासन दिया था कि अत्यंत संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर कैमरे लगाये जायेंगे, पर ऐसा हुआ नहीं।

Updated : 21 Oct 2019 3:38 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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