लोकतंत्र को कमजोर करते हैं मतदाता सूची में शामिल घुसपैठिए

लोकतंत्र को कमजोर करते हैं मतदाता सूची में शामिल घुसपैठिए
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भाजपा कार्यालय में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण संबंधी कार्यशाला
राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री बोले-मतदाता सूची को शुद्ध, पारदर्शी और त्रुटिरहित बनाया

जब प्रत्येक नागरिक अपने मताधिकार का प्रयोग ईमानदारी, समझदारी और राष्ट्रहित की भावना से करता है, तभी लोकतंत्र मजबूत और सशक्त बनता है। लेकिन यदि मतदाता सूची में घुसपैठिए या अवांछित नाम शामिल होकर मतदान करते हैं, तो लोकतंत्र की नींव कमजोर पड़ती है। इसी उद्देश्य से निर्वाचन आयोग द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया संचालित की जा रही है, ताकि मतदाता सूची को शुद्ध, पारदर्शी और त्रुटिरहित बनाया जा सके।

यह बात भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने मंगलवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) संबंधी प्रदेश स्तरीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही।

“सीमावर्ती राज्यों में हो रही है घुसपैठ, एजेंट सक्रिय”

शिवप्रकाश ने कहा कि प्रत्येक कार्यकर्ता को एसआईआर प्रक्रिया की पूरी जानकारी होना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि सीमावर्ती राज्यों में विदेशियों की घुसपैठ हो रही है और कुछ एजेंट पैसे लेकर उन्हें सभी जरूरी दस्तावेज उपलब्ध करा रहे हैं। ऐसे घुसपैठिए मतदाता सूची में शामिल होकर लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हैं।

“मंडल स्तर पर होगा कार्यकर्ता प्रशिक्षण”

शिवप्रकाश ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्वाचन आयोग और प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर काम करना होगा। इसके लिए मंडल स्तर पर इकाइयाँ गठित की जाएंगी और कार्यकर्ताओं को एसआईआर प्रक्रिया का प्रशिक्षण दिया जाएगा।उन्होंने बताया कि बूथ स्तर पर बीएलओ की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।4 दिसंबर तक मतदाताओं के नाम जमा करने होंगे और 9 दिसंबर को तदर्थ सूची घोषित की जाएगी। इसके बाद कार्यकर्ताओं को पूरी सतर्कता से काम करना होगा।

“एसआईआर संगठन के लिए भी अहम”- हेमंत खंडेलवाल

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि भले ही एसआईआर की प्रक्रिया निर्वाचन आयोग के स्तर पर चल रही हो, लेकिन यह संगठन के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण विषय है।उन्होंने कहा कि वैध मतदाताओं को उनका अधिकार दिलाने के लिए कार्यकर्ताओं को मैदान में जुटना होगा।एसआईआर भविष्य के चुनावों और राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित करने वाला विषय है, इसलिए इसे गंभीरता से लेना आवश्यक है।

कार्यशाला का संचालन एसआईआर अभियान के प्रदेश संयोजक भगवानदास सबनानी ने किया, जबकि प्रदेश मंत्री व अभियान के सह संयोजक रजनीश अग्रवाल ने पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से एसआईआर प्रक्रिया की जानकारी दी।

"एक राष्ट्र - एक चुनाव": समय और धन की बचत की दिशा में पहल

राजधानी के एक निजी विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित 'स्टूडेंट लीडर्स कॉन्क्लेव 2025' में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने “एक राष्ट्र - एक चुनाव” विषय पर विचार व्यक्त किए।उन्होंने कहा, “लगातार चुनाव होने के कारण देश हमेशा चुनावी माहौल में रहता है। आचार संहिता बार-बार लगने से उत्पादन, निर्माण और शासकीय निर्णय प्रभावित होते हैं। यदि देश हर साल तीन-चार महीने चुनावों में व्यस्त रहेगा, तो विकास कैसे होगा?”

खंडेलवाल ने कहा कि “एक राष्ट्र - एक चुनाव” आज की आवश्यकता है। इससे धन और समय दोनों की बचत होगी। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे एकता और राष्ट्रहित के विचारों को मजबूत करें, क्योंकि 2030 तक भारत चीन और अमेरिका के बाद तीसरी सबसे बड़ी शक्ति बनेगा, और 2050 में विश्व नेतृत्व करेगा।

इस अवसर पर विधायक रामेश्वर शर्मा, पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष, एसआईआर जिला संयोजक और विधानसभा प्रतिनिधि (बीएलए-1) भी उपस्थित रहे।

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