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सत्संग के नाम पर झारखंड में कनवर्जन,कनवर्जन के खिलाफ विहिप करेगी आंदोलन

सत्संग के नाम पर झारखंड में कनवर्जन,कनवर्जन के खिलाफ विहिप करेगी आंदोलन
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रांची। झारखंड में सत्संग के नाम पर कनवर्जन का मामला प्रकाश में आया है। आदिवासियों और गरीब तबके के लोगों को सत्संग में बुलाकर उन्हें ईसाई बनाने का काम जोर पकड़ रहा है। बताया जा रहा है कि चर्च के कुछ लोग हिन्दू धर्म के खिलाफ जहर उगलते हैं। फिर इन्हें गुमराह करके और लालच देकर ईसाई बना देते हैं। इस संबंध में विश्व हिन्दू परिषद ने भी अपनी एक रिपोर्ट जारी की है। जिसमें दावा किया गया है कि चर्च के एजेंट आदिवासियों को ईसाई बनाने के काम लगे हैं। विहिप ने राज्य सरकार को चेतावनी दी है यदि सरकार धर्मांतरण के खेल में लगे लोगों पर कार्रवाई नहीं करती है तो विहिप व जनजातीय समाज के लोग राज्य में बड़ा आंदोलन करेंगे।

विहिप के झारखंड-बिहार के क्षेत्रीय संगठन मंत्री केशव राजू और क्षेत्रीय मंत्री वीरेंद्र विमल ने रॉंची में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सत्संग के नाम पर आदिवासियों का व्यापक स्तर पर कनवर्जन जारी है। उन्होंने कहा कि कनवर्जन रोकने के लिए राज्य में तत्कालीन भाजपा सरकार ने काफी सख्त कदम उठाए थे। जिससे कनवर्जन पर काफी हद तक पाबंदी लग गई थी। उन्होंने कहा कि इसके निमित्त शासन में सख्त कानून लाया गया था। लेकिन, राज्य में सत्ता बदलते ही कनवर्जन फिर से जोर पकड़ चुका है। विहिप ने कहा है कि वह इन एजेंटों की सूची तैयार कर रहा है।

विहिप के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख और राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी ने अपने ट्वीट पर लिखा है कि कोरोना संकट के समय जारी देशबंदी में जहॉं समाज का एक बड़ा वर्ग जरूरतमंदों की मदद में लगा रहा, वहीं ईसाई मिशनरियां धर्मांतरण के खेल में लगी थीं। इस दौरान गुमला, लोहरदगा, लातेहार, सिमडेगा, कोडरमा, गिरिडीह, हजारीबाग जिलों में खूब धर्मांतरण कराया गया। पदाधिकारियों का कहना है कि लगातार सामने आती घटनाओं को देखकर ऐसा लगता है कि २०१७ में धर्मांतरण विरोधी कानून बनने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारी प्रलोभन देकर कराए जा रहे धर्मांतरण पर रोक लगाने में नाकाम हैं।

Updated : 16 Jun 2020 1:12 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

वेब डेस्क


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