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तुलसी पूजन में भूलकर भी ना करें ये...गलतियां , घर में आ जाएगा दुर्भाग्य

तुलसी पूजन में भूलकर भी ना करें ये...गलतियां , घर में आ जाएगा दुर्भाग्य
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वेबडेस्क। भगवान विष्णु को प्रिय मानी जाने वाली तुलसी का पूजन करने से जीवन में भौतिक सुख मिलता है। तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास माना गया है। इसलिए इसकी पूजा के कुछ नियम स्थापित किए गए, जिनकी अनदेखी देवी लक्ष्मी को नाराज कर देती है। आईए हम आपको बताते है की तुलसी पूजा में क्या सावधानी रखना चाहिए।

तुलसी पूजा के नियम -

तुलसी तोड़ने के नियम -

  • तुलसी का पत्ता सुबह या दिन में ही तोड़े। सूर्यास्त के बाद तोड़ने से दुर्भाग्य आता है।
  • एकादशी, चंद्र ग्रहण, सूर्य ग्रहण के दिन तुलसी पत्ता तोड़ना वर्जित हैं।
  • तुलसी दल को सिर्फ धार्मिक या स्वास्थ कारण से ही तोड़े।
  • तुलसी के पत्ते नाखून की मदद न लें। ऐसा करने पर पाप के भागी बन सकते हैं

जल चढ़ाने के नियम -

  • तुलसी की पूजा में सुबह के समय ही जल अर्पित करें।
  • संध्याकाल में सिर्फ घी का दीपक लगाकर परिक्रमा करने का विधान है।
  • शाम के समय तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए।
  • रविवार-एकादशी को जल न चढ़ाएं, मान्यता है की इस दिन माता तुलसी विष्णु जी के निमित्त निर्जला व्रत रखती हैं।
  • तुलसी अधिक जल नहीं चढ़ाना चाहिए, इससे पौधा सूख जाता है।
  • तुलसी रखने के नियम -
  • तुलसी का पौधा कभी भी दक्षिण-पूर्व दिशा में ना रखें क्योंकि इस दिशा को अग्नि की दिशा माना जाता है।





Tulsi Ke Niyam: तुलसी पत्ता तोड़ते समय भूलकर भी न करें ऐसी गलती, घर से चली जाएगी लक्ष्मी

अक्सर घर के सभी सदस्य एक-एक कर कलशभर के तुलसी में जल अर्पित करते हैं जो ठीक नहीं है. . तुलसी का सूखना शुभ नहीं माना जाता. इसलिए थोड़ा ही जल अर्पित करें.

Tulsi Ke Niyam: तुलसी पत्ता तोड़ते समय भूलकर भी न करें ऐसी गलती, घर से चली जाएगी लक्ष्मी

लेकिन .

Tulsi Ke Niyam: तुलसी पत्ता तोड़ते समय भूलकर भी न करें ऐसी गलती, घर से चली जाएगी लक्ष्मी

अगर तुलसी के सूखे पत्ते जमीन पर गिर जाएं तो इसे धोकर पौधे में ही डाल दें. ध्यान रहे इन पर कभी पैर ना लगे और ना ही इन्हें इधर-उधर फेंके. तुलसी का अपमान घर में दरिद्रता ला सकता है.

Updated : 20 Nov 2022 9:32 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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