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मैं कहां से लड़ूंगा, नेतृत्व तय करेगा: अनूप मिश्रा

तोमर से संभाग की सीटों पर हुआ विचार-विमर्श

मैं कहां से लड़ूंगा, नेतृत्व तय करेगा: अनूप मिश्रा
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ग्वालियर। प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं मुरैना-श्योपुर के सांसद अनूप मिश्रा मौजूदा विधानसभा चुनाव में कहां से चुनाव लडऩे जा रहे हैं,यह चर्चा का विषय बना हुआ है। उनके बारे में यही चर्चा है कि वह ग्वालियर पूर्व अथवा किसी अन्य सीट से चुनाव लड़ सकते है। राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा के चलते बुधवार को सुबह उनकी मुलाकात केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के सरकारी आवास पर हुई। इसके बाद कानाफूसी होना शुरू हुई की आखिर दो कद्दावर नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई? इस मामले में स्वदेश ने सांसद अनूप मिश्रा से चर्चा की।

श्री मिश्रा ने कहा कि हां उन्होंने बुधवार को सुबह 10 बजे श्री तोमर के निवास पर उनसे चर्चा की। चर्चा का विषय पूछे जाने पर वे बताते हैं कि उनसे संभाग की विधानसभा सीटों के साथ ही मेरे लोकसभा क्षेत्र की सीटों पर चर्चा हुई है। उन्होंने कहा वैसे यह मुलाकात भोपाल में होना थी, लेकिन किन्ही कारणों से भोपाल में मुलाकात नहीं हो सकी तो श्री तोमर ने उन्हें अपने निवास पर बुलाया। यहां 15 से 20 मिनट तक उनकी बातचीत हुई। मुलाकात के दौरान श्री तोमर ने मुझसे पूछा कि आप क्या चाहते हैं? इसके जवाब में मैंने यही कहा कि पार्टी नेतृत्व जो निर्देश देगा उसका पालन करूंगा। स्वयं के चुनाव लडऩे के विषय पर भी उन्होंने यही कहा है कि वह किसी भी भूमिका के लिए तैयार हैं। उसका निर्धारण पार्टी नेतृत्व को करना है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में पार्टी का निर्देश सर्वोपरि है, नेता कार्यकर्ता और पदाधिकारी उनकी भूमिका तय करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा में एक व्यक्ति निर्णय नहीं लेता,बल्कि निर्णय सामूहिक होते हैं। इसलिए वह सर्वमान्य हैं।

ग्वालियर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की जन आशीर्वाद यात्रा में तुलनात्मक रुप से भीड़ को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह की यात्रा ग्वालियर ग्रामीण के अलावा तीन विधानसभाओं में थी और यदि राहुल के रोड शो की बात की जाए तो उन्होंने प्रदेशभर से नेता और कार्यकर्ताओं को यहां बुलाया था। इसलिए पूर्व विधायक गोविंद सिंह राजपूत, वर्षा गायकवाड, तुलसी सिलावट सहित अन्य कांग्रेस नेता यहां आ गए थे। यदि कांग्रेसियों को तुलना ही करना है तो वह भाजपा के जंबूरी मैदान में हुए कार्यकर्ता महाकुंभ की तुलना करें,तब उन्हें पता लग जाएगा कि जनाधार क्या होता है। उन्होंने कहा कि यदि वरिष्ठ भाजपा नेताओं को निर्देश होते कि जन आशीर्वाद यात्रा में कहीं से भी भीड़ ले आओ तो मैं अकेला ही काफी भीड़ जमा कर देता। ग्वालियर-चंबल संभाग में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को घेरने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नेतृत्व को तय करना है कि उन्हें किस तरह से घेरना है।मैं किसी भी तरह की सहभागिता के लिए तैयार हूं।राहुल और सिंधिया द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बारे में अनर्गल आरोप लगाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाषा पर नियंत्रण होना चाहिए,असंसदीय भाषा का इस्तेमाल गलत है, यदि उनके आरोपों में प्रमाण हैं तो वे सामने लाए जाना चाहिए।

इसी के साथ भाजपा के कद्दावर नेता ने कहा कि विधानसभा चुनाव में पुन: भाजपा की सरकार बनने वाली है,क्योंकि पिछले 15 साल में अविस्मरणीय कार्य हुए हैं और कुछ और कामों की अभी जरूरत है,उसके लिए समय चाहिए। इसीलिए सरकार बनने पर अधूरे काम पूर्ण किए जाएंगे। भ्रष्टाचार बढऩे के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार पारदर्शिता के साथ काम कर रही है और भ्रष्ट अधिकारी पकड़े जा रहे हैं। सरकार उनपर अंकुश लगा रही है।

Updated : 26 Oct 2018 12:24 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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