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बुजुर्गो पर भारी पड़ रही ठंड, हार्ट अटैक व ब्रेन हेमरेज से हो रही हैं मौते

बुजुर्गो पर भारी पड़ रही ठंड, हार्ट अटैक व ब्रेन हेमरेज से हो रही हैं मौते
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ग्वालियर,न.सं.। साल के अंतिम माह में शरीर को भेद रही है सर्द हवाएं और खून जमा देने वाली ठंड अब जान लेवा साबित होने लगी है। कडाके की ठंड के इस मौसम मे अब जान गंवाने वालों की संख्या में भी इजाफा होने लगा है। दिसंबर माह के अंत में पड़ रही हाड़ कांपने वाली ठंड से जहां लोगो का हाल बेहाल है। कड़ाके की ठंड जहां बुजुर्गो पर भारी पड़ रही है वही हार्ट अटैक तथा ब्रेन हेमरेज से जान गंवाने वालों की संख्या भी बढऩे लगी है। तेज सर्दी के कारण आम दिनों की अपेक्षा इन दिनों शहर के मुक्तिधामों मे अंतिम संस्कार के लिए आने वाले शवों की संख्या दो गुनी हो गई है। हालत यह है कि सुबह से शाम तक यहां लोगों के शव अंतिम संस्कार के लिए आ रहे हैंं। कब्रिस्तानों में भी दफनाने के लिए आने वाले शव आम दिनों की जगह अधिक आ रहे है। मुरार मुक्तिधाम और लक्ष्मीगंज में सुबह से पहुंच रही शव यात्राएं ठंड के कारण इन दिनों में मुक्तिधामों में शव यात्राएं पहुंच रही है। शहर के मुरार मुक्तधाम में आम दिनों में 2 से तीन शव यात्राएं पहुंचती थी। लेकिन ठंड में इन दिनों 7 से 8 शव यात्राएं पहुंच रही है। कुछ ऐसा ही हाल लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम का है। यहां पर आम दिनों अपेक्षा सबसे ज्यादा शव यात्राएं पहुंच रही है। पिछले चार दिनों में 25 से अधिक शव यात्राएं यहां पहुंच चुकी है। ऐसा ही हाल शहर के चार शहर के नाके का है। न्यूरोलाजी में बढ़ी मरीजों की संख्या शहर के अस्पतालों में हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज के मरीजों की संख्या बढ़ी है। जयारोग्य चिकित्सालय के न्यूरोलॉजी विभाग के सभी वार्ड फुल हो गए हैं, प्रतिदिन मरीज आ रहे हैं। जिस कारण बेड कम पड़ रहे हैं और मरीजों को जमीन पर लेट कर उपचार कराना पड़ रहा है। ब्रेन हेमरेज से जो मरीज पीडि़त हुए हैं, उनमें अधिकतर बुजुर्ग हैं। मरीजों की हिस्ट्री लेने पर पता चलता है कि तडक़े या फिर देर रात वॉशरूम गए थे, उसी दौरान ब्रेन हेमरेज हो गया या फिर रक्तचाप की दवा लेने भूल गए थे। जयारोग्य चिकित्सालय के न्यूरोसर्जन डॉ. अवधेश शुक्ला ने बताया कि हर सप्ताह करीब 20-25 लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा मरीज हाईब्लड प्रेशर वाले हैं। ऐसे मरीज ब्लड प्रेशर की दवा समय से न लेने और तनाव की वजह से हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज के शिकार हो रहे हैं।

न्यूरोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. विवेक जैन के अनुसार -

प्रतिदिन कम से कम दो से तीन मरीज ब्रेन हेमरेज के उपचार के लिए आ रहे हैं, जिनमें से कुछ मरीज तो दवा लेकर चले जाते हैं। जबकि कई मरीजों को भर्ती भी करना पड़ता है। इधर ह्दय रोगियों के मरीजों में भी 20 प्रतिशत तक इजाफा हुआ है। इसमें सबसे ज्यादा मरीज 30 से 45 एवं 60 उम्र से अधिक के मरीज हैं।

पेशाब करते समय रखे ज्यादा ध्यान

डॉ. शुक्ला ने अनुसार रक्तचाप के मरीज को इस मौसम में पेशाब करते समय ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। बैठ कर पेशाब करने वाले मरीज जब खड़े होते हैं तो उनका रक्तचाप में परिवर्तन होता है, जिस कारण उन्हें ब्रेन होमरेज होने का खतरा बना रहता है। इसलिए बीपी के मरीज को ठंड में बीपी की दवा नियमित लेते रहना चाहिए। बीपी की नियमित जांच भी होनी चाहिए। बीपी बढ़ा हुआ मिले तो चिकित्सक से दवा का डोज एडजस्ट करा लेनी चाहिए।

धूप निकलने पर निकलें बाहर

डॉ. विवेक जैन ने बताया कि उच्च रक्तचाप व मधुमेह के मरीज को निरंतर अपनी जांच कराने के साथ ही दवाएं लेते रहना चाहिए। ठंड में तुरंत कमरे से बाहर नहीं निकलना चाहिए। सुबह में ठंड अधिक हो तो बीपी के मरीज को धूप निकलने पर टहलने जाना चाहिए। सर्दी में ह्दय रोगी विशेष ध्यान रखें सर्दियों में दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि धमनियां सिकुड़ती हैं और रक्त गाढ़ा होता जाता है। अगर सीने, बांह, कोहनी या छाती की हड्डियों में असहजता, दबाव, भारीपन या दर्द का अहसास हो तो हार्ट की शिकायत हो सकती है। इसलिए सर्दी में ह्दय रोगी विशेष ध्यान रखें।

Updated : 29 Dec 2019 10:50 AM GMT
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