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ग्वालियर : मेला में नहीं हैं आग बुझाने के इंतजाम

ग्वालियर : मेला में नहीं हैं आग बुझाने के इंतजाम
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ग्वालियर, न.सं.। ग्वालियर व्यापार मेला में आग लगने की संभावना को देखते हुए हमेशा मेला परिसर में फायर ब्रिगेड की गाडिय़ा मेला अवधि में स्थाई रूप में खड़ी की जाती रही हैं। किन्तु इस बार ऐसा नहीं हुआ है। यही कारण रहा कि तडक़े लगी इस आग पर काबू करने के लिए मेला में पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम नहीं थे। जब तक फायर ब्रिगेड आती तब तक महिन्द्रा शोरूम की छह गाडिय़ां खाक हो चुकी थीं।

ग्वालियर व्यापार मेला में तडक़े आग लगने के कारण वहां अफरा-तफरी मच गई। आग को सबसे पहले एक चौकीदार ने देखा और इसकी सूचना विद्युत ठेकेदार सुरेश गौड को दी। सुरेश गौड अपने साथियों के साथ तुरंत मौके पर पहँुचे। उसके बाद कंट्रोल रूम के साथ फायर बिग्रेड को सूचना दी। सूचना मिलते ही कुछ लोगों ने अग्निशमन यंत्र से आग पर काबू पाने की कोशिश की। लेकिन देखते ही देखते आग और अधिक बढ़ गई। आग ने छह वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया। आग लगने की खबर मिलते ही फायर ब्रिगेड की छह गाडिय़ा एक के बाद एक मौके पर पहुँची और तीन गाडिय़ों ने पानी फैंककर आधा घण्टे में आग पर काबू पा लिया। आग लगने से चार स्कॉर्पियों और दो बुलेरो जल गईं। वहीं आग के कारण शोरूम में रखी अन्य गाडिय़ां भी प्रभावित हो गईं हैं। शोरूम में आग कैसे लगी इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। वहीं कुछ का कहना है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी है तो किसी का कहना है कि वहां तापने के कारण आग लगी है।

जाँच समिति लेगी निर्णय:-

मेला प्राधिकरण का कहना है कि आग के तथ्यों को जानने के लिए एक समिति का गठन किया है। यह समिति दो दिन में अपनी रिपोर्ट देगी। रिपोर्ट आने के बाद ही दोषी ठेकेदार को दण्डित कर जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही मेला के सभी शोरूमों में जांच की जाएगी कि वहां पर विद्युत आपूर्ति किस प्रकार से हो रही है।

तिरपाल से शुरू हुई आग:-

मेला में अधिकतर शोरूम लकड़ी और तिरपाल के बने हुए हैं। इन शोरूमों में आग रोकने के कोई खास इंतजाम नहीं हैं। शोरूम में आग तिरपाल से शुरू हुई और वाहनों तक पहुँच गई। आग इतनी भीषण थी कि अगर समय रहते इस पर काबू नहीं पाया जाता तो यह आसपास के शोरूमों को भी अपनी चपेट में ले लेती।

शोरूमों में घटिया केबल, एमसीबी भी नहीं:-

मेला के ऑटोमोबाइल सेक्टर में सैंकड़ों की संख्या में शोरूम बने हुए हैं। इन शोरूमों में सुरक्षा की दृष्टि से कोई उपाय नहीं किए गए हैं। पैसे बचाने के लालच में इन शोरूम संचालकों ने मेला ठेकेदार से काम न कराते हुए खुद के ठेकेदारों से काम करवाया गया है। साथ ही घटिया स्तर की केबल का उपयोग किया गया है। इन शोरूमों में एमसीबी भी नहीं लगी हुई जो शॉर्ट सर्किट होने को रोक सके।

इनका कहना है:-

'आग लगने के कारणों को जानने के लिए एक समिति का गठन किया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। इस प्रकार की घटना न हो इसके लिए मेला में निरीक्षण किया जाएगा।'

प्रशांत गंगवाल

मेला अध्यक्ष

'मैंने स्वयं जाकर मौके का निरीक्षण किया है। आग काफी तेज लगी थी। रिपोर्ट आने के बाद ही दोषी को दण्डित किया जाएगा। इस पूरे मामले में फायर ब्रिगेड कर्मचारी और पुलिस की सराहनीय भूमिका रही है। '

डॉ. प्रवीण अग्रवाल

मेला उपाध्यक्ष

' यह आग शॉर्ट सर्किट से नहीं लगी है, अगर आग शॉर्ट सर्किट से लगती तो शोरूम की लाइट भी बंद हो जाती। शोरूमों में हल्के स्तर की केबल का उपयोग किया गया है। यहां एमसीबी भी नहीं लगाई गई है।'

सुरेश गौड

विद्युत ठेकेदार

Updated : 23 Jan 2020 6:36 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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