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संशोधन प्रस्ताव खारिज होते ही विपक्ष ने घेरी आसंदी

संशोधन प्रस्ताव खारिज होते ही विपक्ष ने घेरी आसंदी
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बिना बहस के बजट पारित कराने का आरोप, फिर उठा अटैची का मुद्दा

ग्वालियर, न.सं.

नगर निगम परिषद की बैठक में गुरुवार को बजट प्रस्ताव संशोधन को लेकर जमकर हंगामा हुआ। 22 फरवरी को वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए महापौर द्वारा पेश किए गए 1901 करोड़ के बजट में विपक्ष ने बैठक में जैसे ही संशोधन प्रस्ताव पेश किया तो एक ही झटके में उसे खारिज कर दिया गया और सभापति ने तुरंत बैठक समाप्त होने की घोषणा कर दी। इसके विरोध में विपक्ष ने आसंदी घेरकर हंगामा किया तो सत्ता पक्ष ने तुरंत राष्ट्रगान शुरू कर दिया। विपक्षी पार्षद भी राष्ट्रगान होता देख तुरंत खड़े हो गए। परिषद की बैठक में बजट को लेकर विपक्ष ने कई मदों पर आपित्त जताई थी, लेकिन सत्ताधारी दल के आगे उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। इस बारे में नेता प्रतिपक्ष का कहना था कि सभापित ने बिना बहस किए ही बजट पारित करा दिया, जो गलत है।

गुरुवार को दोपहर तीन बजे से जल विहार स्थित नगर निगम परिषद में आगामी वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए प्रस्तावित 1901 करोड़ के बजट पर चर्चा शुरू हुई, जिसमें विपक्ष ने वित्तीय वर्ष 2018-19 में पार्षदों की विदाई समारोह की राशि 2 लाख की जगह खर्चा 8 लाख होने और चालू वर्ष के छह माह में अतिथि सत्कार राशि 50 लाख में से 41 लाख खर्च करने, निगम कार्यालयों की सुरक्षा के लिए 6 करोड़ की राशि के निल होने, नवसंवत्सर महोत्सव पर खर्च राशि 30 लाख के प्रावधान पर खर्च 36.55 लाख पर कड़ी आपत्ति की, लेकिन सत्ता पक्ष ने सवालों के जवाब सदन में संख्या बल के आधार पर अमान्य कर दिए। इसी दौरान सभापति दिनेश दीक्षित ने तुरंत बैठक समाप्त करने की बात कह दी। इस पर विपक्ष ने कहा कि बजट पर चर्चा नहीं हुई है। यह तो मनमानी चल रही है। इतना ही नहीं विपक्ष ने अपना विरोध दर्ज राकते हुए सभापति की आंसदी का घेराव किया।

घायल कर्मचारी को मिली नौकरी

गुरुवार को जहां परिषद की बैठक चल रही थी वहीं परिषद के बाहर सीटू नेता जगदीश सैनी विभिन्न मांगों को लेकर नारेबाजी कर रहे थे। इस पर महापौर श्री शेजवलकर नगर निगम अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे, जहां सबसे पहले सडक़ हादसे में घायल कर्मचारी को आउटसोर्स से नौकरी देने के निर्देश अपर आयुक्त देवेन्द्र पालिया को दिए। वहीं कर्ई लोगों ने आर्थिक सहायता की मांग की तो महापौर ने कहा कि वह आर्थिक सहायता नहीं दिलवा सकते हैं।

बैठक समाप्त होते ही शुरू हुआ राष्ट्रगान

परिषद में सभापति द्वारा बैठक समाप्ति की घोषणा होते ही सत्तापक्ष ने राष्ट्रगान शुरू कर दिया। उधर विरोध में बैठे विपक्ष के पार्षद भी सीधे खड़े हो गए। इससे पूर्व बैठक में हिन्दू महासभा के पार्षद बाबूलाल चौरसिया ने अटैची का मुद्दा उठा दिया। उन्होंने कहा कि पार्षदों को अटैची नहीं मिलती है। इस पर महापौर विवेक शेजवलकर ने उनसे कहा कि आप नेता प्रतिपक्ष से सहमति तो ले। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दो वर्षों से जब अटैची नहीं जा रही है तो अब क्यों? लेकिन बाद में विपक्ष की सहमति के बाद सभापित ने सभी पार्षदों को अटैची देने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।

इनका कहना है

''बिना बहस के ही बजट को पारित करवा लिया गया है। सत्तापक्ष संशोधन पर चर्चा करना ही नहीं चाहता है। इस मामले से हम शासन को अवगत करएंगे।''

कृष्णराव दीक्षित

नेता प्रतिपक्ष, नगर निगम परिषद

Updated : 1 March 2019 7:22 AM GMT
author-thhumb

Naveen Savita

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