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संदिग्ध कश्मीरी छात्रों की तलाश में जुटी पुलिस

संदिग्ध कश्मीरी छात्रों की तलाश में जुटी पुलिस
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जीवाजी विश्वविद्यालय में हर गतिविधि पर पुलिस की नजर

ग्वालियर, न.सं.

जीवाजी विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने के बाद अपने घर लौटे कश्मीरी छात्र द्वारा देशद्रोही पोस्ट को लाइक करने के बाद जीवाजी विवि की हर गतिविधि पर पुलिस की नजर है। विवि से कश्मीरी छात्रों की सूची लेने के बाद पुलिस अब उनकी निगरानी कर रही है।

जीवाजी विश्वविद्यालय में वर्ष 2018 में एमएससी करने के बाद पास ऑउट हो चुके कश्मीरी छात्र मुसादिक पुत्र फैय्याज अहमद ने दो दिन पहले देशद्रोही पोस्ट को लाइक किया था। जब इस मामले की खबर विवि के अन्य छात्रों को मिली तो वह कश्मीरी छात्रों के विरोध में उतर आए। रविवार को छात्रों के एक संगठन ने कुलपति को ज्ञापन देकर जीवाजी विश्वविद्यालय को कश्मीरी छात्र विहीन करने की मांग की है। बताया गया है कि जीवाजी विश्वविद्यालय प्रबंधन ने पुलिस को करीब 100 कश्मीरी छात्रों की सूची पुलिस को दी थी, जिनकी पुलिस लगातार निगरानी कर छात्रों के बारे में पता लगा रही है। हालांकि रविवार को ऐसे किसी भी छात्र को नहीं पकड़ा गया है, जिसकी गतिविधि देश विरोधी हो और शहर में रह रहा हो। पुलिस ने अब उन छात्रों के पते ठिकाने तलाशने प्रारंभ कर दिए हैं, जो कश्मीरी हैं और यहां रहकर जीवाजी विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे हैं। थाना प्रभारी यदुवीर सिंह तोमर ने बताया कि हमने अभी किसी छात्र को नहीं पकड़ा है। रविवार होने पर हम वहां गए भी नहीं थे, लेकिन हमारी नजर जीवाजी विश्वविद्यालय की हर गतिविधि पर है। बिना तथ्यों और बिना किसी सबूत के किसी को भी नहीं पकड़ा जा सकता है। आतंकवादियों द्वारा किए गए आत्मघाती हमले का मामला संवेदनशील है, इसलिए हम भी कश्मीरी छात्रों की हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं।

देशद्रोही नारे लगाने वाला हनीफ पकड़ा

रविवार को महाराज बाड़े पर माहौल उस समय तनावपूर्ण हो गया, जब फुटपाथ पर फड़ लगाने वाले युवक ने देशद्रोही नारे लगाना शुरू कर दिया। मौके पर खड़ी 100 डायल के स्टाफ ने तत्काल युवक को पकड़ा और थाने ले गए। पुलिस ने युवक के पकड़े जाने की पुष्टि तो की है, लेकिन देशद्राही नारे लगाने से मना कर दिया।

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में मारे गए सीआरपीएफ के 40 जवानों की शहादत में पूरा देश अभी गम में डूबा हुआ है और आक्रोश भी है। इसी बीच रविवार शाम को कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित महाराज बाड़े पर उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब बाड़े पर फड़ लगाने वाला हनीफ पुत्र मुन्ना बख्श निवासी ईदगाह ने देशद्रोही नारे लगाने शुरू कर दिए। देशद्रोही नारे सुनते ही पास ही खड़ी 100 डायल के चालक ने उसे पकड़ लिया और कोतवाली थाने ले गए। बताया गया है कि बाड़े पर हनीफ की देश विरोधी करतूत से माहौल खराब होने से पहले ही पुलिस उसे पकडक़र थाने ले गई, लेकिन हनीफ की चर्चा पूरे बाड़े पर आग की तरह फैल गई। इस संबंध में पुलिस का कहना है कि किसी ने कोई देशद्रोही नारे नहीं लगाए हैं। बाड़े पर फड़ लगाने वाले आपस में लड़ गए थे। हनीफ को झगड़े में पकडक़र लाए हैं।

कुलपति के बंगले का घेराव, कहा कश्मीरी छात्रों के प्रवेश पर लगे रोक

जीवाजी विश्वविद्यालय में अध्ययनरत कश्मीरी छात्रों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग को लेकर एहसास एक नई सोच समाज कल्याण समिति के पदाधिकारियों ने रविवार को कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला के बंगले का घेराव किया। पदाधिाकारियों का कहना था कि कश्मीरी छात्रों के नाम आतंकी गतिविधियों में सामने आए हैं। शनिवार को भी एक कश्मीरी छात्र ने आतंकी हमले के बाद देश विरोधी पोस्ट को लाइक किया है, इसलिए ऐसे छात्रों के प्रवेश पर रोक लगाई जाए। एहसास एक नई सोच समाज कल्याण समिति की अध्यक्ष बबीता और सचिव प्रहलाद सिंह तोमर (सोनू) व संस्था के अन्य पदाधिकारियों ने कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला के बंगले का घेराव किया। समिति के पदाधिकारियों ने कुलपति के बंगले पर जमकर नारेबाजी की और पाकिस्तान का झंडा जलाया। काफी देर तक विरोध प्रदर्शन होता देख कुलपति समिति के पदाधिकारियों से मिलने के लिए पहुंच गईं। समिति की अध्यक्ष बबीता व सचिव प्रहलाद सिंह तोमर ने कुलपति को बताया कि कश्मीरी छात्रों के नाम आतंकी गतिविधियों में सामने आ रहे हैं। विवि के कश्मीरी छात्र ने पुलवामा हमले के बाद देश विरोधी पोस्ट को लाइक किया है, इसलिए ऐसे छात्रों के प्रवेश पर रोक लगाई जाए। इस पर कुलपति ने पदाधिकारियों से कहा कि यह संभव नहीं है। इस पर समिति के अध्यक्ष ने कुलपति से कहा कि आप राज्यपाल और प्रधानमंत्री को चिठठी लिखकर इन लोगों के प्रवेश पर रोक लगाने की अनुमति ले सकती हैं। इस पर कुलपति बोलीं कि ऐसा है तो मैं प्रयास करूंगी। प्र्रदर्शन कर रहे संस्था के पदाधिकारियों ने कुलपति को चेतावनी दी कि अगर सात दिन के अंदर कश्मीरी छात्रों को विवि से बाहर नहीं किया गया तो हमें आंदोलन करने पर बाध्य होना पड़ेगा।

विवि में हैं अध्यनरत और कश्मीर में कर रहे नौकरी


जीवाजी विश्वविद्यालय के कश्मीरी छात्र द्वारा देश विरोधी पोस्ट लाइक करने का मामला सामने आने के बाद अब एक और बड़ा नया खुलासा हुआ है। विवि में ऐसे आठ कश्मीरी छात्र अध्यनरत हैं, जो विवि में कोर्स वर्क करने के साथ ही कश्मीर में आराम से नौकरी कर रहे थे। शिकायत के बाद जांच समिति गठित की गई थी। इस पर सभी आठ छात्रों के कोर्स वर्क निरस्त कर दिए गए हैं। समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट विवि को सौंप दी है। जीवाजी विश्वविद्यालय में डेढ़ वर्ष पहले पत्र के माध्यम से एक अज्ञात व्यक्ति ने शिकायत की थी कि यहां पर कुछ कश्मीरी छात्र ऐसे हैं, जो पढ़ाई विवि में कर रहे हैं और कश्मीर में नौकरी भी करते हैं। सनसनीखेज मामला सामने आते ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक जांच समिति गठित कर दी। जांच के बाद जो तथ्य सामने आए, उससे आरोप सही पाया गया। विश्वविद्यालय से अंग्रेजी विषय में पीएचडी कर रहे आठ कश्मीरी छात्र हैं, जो पढ़ाई यहां कर रहे हैं, जबकि नौकरी कश्मीर में। जांच समिति में प्रो. प्रदीप शर्मा, प्रो. हेमंत शर्मा एवं प्रो. सरिता श्रीवास्तव सहित अन्य सदस्य शामिल हैं। समिति ने जब संबंधित छात्रों की जांच-पड़ताल की तो उनके अध्ययन विश्वविद्यालय में करने का पता चला और नौकरी कश्मीर में करने का। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी आठ छात्रों का कोर्स वर्क निरस्त करने का निर्णय किया है। हालांकि इस मामले में अभी तक उन आठ छात्रों के नाम सामने नहीं आए हैं।

Updated : 18 Feb 2019 11:21 AM GMT
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Naveen Savita

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