10 दिन बीते, फिर भी वीर सावरकर सरोवर नहीं हो पाया साफ

ग्वालियर,न.सं.। गंदे पानी को निकालकर साफ पानी भरने के साथ अन्य मरम्मत कार्य को लेकर पिछले 10 दिनों से वीर सावरकर सरोवर बंद हे। लेकिन समय सीमा बीत जाने के बाद भी यहां पर आी तक सिर्फ पानी ही निकाला गया है। वर्तमान में यहां पर काई जमी हुई है।
यहां बता दे कि स्मार्ट सिटी डवलपमेंट कापोर्रेशन ने 28 अप्रैल 2018 को 2.17 करोड़ की लागत से कटोराताल के जीर्णोद्धार कार्य का भूमिपूजन कराया था। लेकिन कटोराताल में ठेकेदार फर्म द्वारा पानी के लीकेज रोकने के लिए फर्श को उखाडक़र क्रेजी (सीमेन्ट काले पत्थर का मिश्रण) किया गया और उसके ऊपर ग्लास व -फ्लोर टाइल्स की जगह वॉल टाइल्स लगा दी गई। फ्लोर निर्माण के गुणवत्ता हीन होने के साल भर बाद पानी भरने से पहले कई जगह टाइल्स उखडऩे, टूटने जैसी कई शिकायते स्मार्ट सिटी अधिकारियों को मिली थी और निर्माण में जुड़े अधिकारी पूरे मामले में अनदेखी कर ठेकेदार को रियायत देकर काम करवाते रहे और अब टेंडर शर्तों में शामिल सेंट फ्लिटर प्लांट न लगाने पर बार बार पानी के गंदे होने पर जिम्मेदार मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की जा रहे है। लेकिन कटोराताल में पानी कम होने पर लीकेज की अनदेखी मामला बार बार बाहर आने पर स्मार्ट सिटी के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े होते है।
कटोराताल में लगभग 3 करोड़ की लागत से म्यूजिकल फाउंटेन लगाने वाली ठेकेदारी फर्म एसजी इन्फ्रा द्वारा बीते एक साल में कई बार पानी की कमी व क्लोरिन फिल्टर प्लांट न लगे होने से पानी के गंदे होने पर स्मार्ट सिटी अधिकारियों को पत्राचार किया जा चुका है, लेकिन बीते नवंबर 2022 के आखिरी सप्ताह में पानी कम होने पर फाउंटेन बंद कर हाथ खड़े कर दिए थे।
