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खाली प्लॉटों में भरे पानी में पनप रहा है डेंगू का लार्वा

जांच के लिए जाना पड़ रहा है सात किलोमीटर दूर डिस्पेंसरी में नहीं है पैथोलॉजी

खाली प्लॉटों में भरे पानी में पनप रहा है डेंगू का लार्वा
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ग्वालियर/स्वदेश वेब डेस्क। डेंगू व मलेरिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव और संभागायुक्त द्वारा लगातार दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। इसके बाद भी मलेरिया विभाग व नगर निगम बीमारी की रोकथाम के नाम पर खाना पूर्ति कर रहा है। दीनदयाल नगर क्षेत्र में डेंगू का सबसे ज्यादा प्रकोप होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग न तो स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा पा रहा है और न ही डेंगू को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठा पा रहा है। इतना ही नहीं, अब तो स्वास्थ्य विभाग दीनदयाल नगर में डेंगू फैलने का ठीकरा नगर निगम पर फोड़ रहा है। दीनदयाल नगर व अमलताश कॉलोनी में सबसे ज्यादा डेंगू व मलेरिया के मरीज सामने आ रहे हैं। इन क्षेत्रों को पिछले वर्ष भी डेंजर जोन में रखा गया था, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई न होने के कारण इन क्षेत्रों से बड़ी संख्या में डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं। दीनदयाल नगर व अमलताश कॉलोनी में करीब दो दर्जन से अधिक प्लॉट पड़े हुए हैं। इसके साथ ही कई मकानों में ताला पड़ा हुआ है, जहांं पानी भरा हुआ है और डेंगू का लार्वा पनप रहा है। उसके बाद भी इस ओर न तो नगर निगम के अधिकारियों का कोई ध्यान गया है और न ही मलेरिया विभाग का। इतना ही नहीं दीनदयाल नगर में लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने वाली डिस्पेंसरी की बात करें तो यहां भी मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दीनदयाल नगर डिस्पेंसरी में उपचार के लिए पहुंच रहे मरीजों को चिकित्सक तो मिल जाते हैं, लेकिन जांच के लिए करीब सात किलोमीटर दूर जिला अस्पताल मुरार जाना पड़ता है क्योंकि डिस्पेंसरी में पैथोलॉजी की सुविधा ही नहीं है। इस कारण मरीजों को पहले रक्त नमूने देने जाना पड़ता है और फिर बाद में रिपोर्ट लेने के लिए। इस कारण डिस्पेंसरी में मरीज भी बहुत कम पहुंच रहे हैं। गुरुवार को भी दोपहर 12 बजे तक सिर्फ 57 मरीज ही दिखाने आए थे।

ननि ने चलाया अभियान

दीनदयाल नगर में डेंगू के सबसे ज्यादा मरीज मिलने के बाद नगर निगम के अधिकारी जागे और अब फोगिंग कराई जा रही है। नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी सत्यपाल सिंह चौहान स्वयं अपनी टीम लेकर वहां पहुंचे और ए व बी ब्लॉक में फांगिंग कराई। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में झाडिय़ों की कटाई और खाली प्लॉटों में भरे पानी में जला हुआ डीजल डाला गया। इसके अलावा एक पत्थर की टंकी को तोड़ दिया गया। इस टंकी में काफी संख्या में डेंगू के लार्वा थे।

17 को निकला डेंगू

इधर गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में गुरुवार को डेंगू के 54 संदिग्ध मरीजों के रक्त नमूनों की जांच की गई। जांच में 17 मरीजों को डेंगू होने की पुष्टि हुई है। इनमें से 11 मरीज ग्वालियर के हैं। 11 मरीजों में से 4 दीनदयाल नगर और उसके समीप स्थित भगत सिंह नगर का 1 तथा सिकंदर कम्पू के 2 मरीज शामिल हैं। दीनदयाल नगर में ही अब तक 45 डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं।

Updated : 21 Sep 2018 12:24 PM GMT
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Swadesh Digital

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