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27 हजार भूमिहीन अपने निर्णय पर अटल, 4 अक्टूबर को दिल्ली के लिए करेंगे कूच

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समाप्त नहीं करा पाए आंदोलन

27 हजार भूमिहीन अपने निर्णय पर अटल, 4 अक्टूबर को दिल्ली के लिए करेंगे कूच
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ग्वालियर। अपने हक के लम्बे समय से संघर्ष कर रहे भूमिहीन आदिवासियों ने साफ कर दिया है कि वे इस बार आर या पार की लड़ाई लड़ेंगे। ग्वालियर के मेला मैदान में देश के लगभग 15 राज्यों से आये भूमिहीनों ने कहा कि सरकारें सिर्फ आश्वासन देती हैं लेकिन इस बार हमें कार्रवाई चाहिए। सत्याग्रह 27 हजार लोगों के आंदोलन को ग्वालियर में ही समाप्त करने का उद्देश्य लेकर उनसे बात करने ग्वालियर आये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उन्हके आंदोलन को समाप्त नहीं करा पाए। ग्वालियर पहुंचे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एकता परिषद के मंच से हजारों आदिवासियों के हित में प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे काम गिनाये । लेकिन एकता परिषद से साफ कर दिया कि उनकी लड़ाई किसी एक राज्य की नही है, इसलिए वे इस मसले में केंद्र सरकार का हस्तक्षेप चाहती है। तभी आदिवासी अपने घर लौटेगें। इसलिए वे वह 4 अक्टूबर को ग्वालियर से दिल्ली के लिए कूच करेंगे।

मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, केरल, झारखंड, बिहार सहित लगभग 15 राज्यों से ग्वालियर में जुटे 27 हजारों भूमिहीनों को मनाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को ग्वालियर पहुंचे । मुख्यमंत्री विमानतल से सीधे मेला मैदान पहुंचे और वहां पर डेरा डाले एकता परिषद के सत्याग्रहियों से मिले। परिषद की ओर से राजगोपाल पीवी ने उन्हें पहले ही आमंत्रण भेजा था। मुख्यमंत्री ने यहां पर प्रतिज्ञा लेते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के पास जमीन का एक टुकड़ा होगा और कोई भी भूमिहीन नहीं होगा। उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि गरीबी की समस्या को हल करने के दो तरीके हैं पहला गरीबों को सुविधाएं प्रदान करके दूसरा अपनी आय बढ़ाकर। मैं उन दोनों दिशाओं में प्रयास करूंगा।

एकता परिषद के बैनर तले देश भर के हजारों भूमिहीनों को इकट्ठा करने वाले परिषद के संस्थापक पी वी राजगोपाल ने कहा कि अपना हक पाने के लिए अपनी ताकत का एहसास कराना जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से गरीब और वंचित वर्गों को उनका हक दिलाने की बातचीत चल रही है, अगर इन मांगों को नहीं माना जाता है तो इस वर्ग को आगामी चुनाव में अपनी ताकत दिखानी होगी। साथ ही ये साफ कर दिया है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश को लेकर अपनी बात रखी है। लेकिन एकता परिषद के बैनर पर हजारों आदिवासी देश के अलग-अलग राज्यों से आएं है... इसलिए शिवराज सिंह चौहान की बात से काम नही चलेगा। केंद्र सरकार को कानून बनाना पड़ेगा। इसलिए सभी लो 4 अक्टबूर को दिल्ली के लिए कूच करेगें।

Updated : 3 Oct 2018 3:05 PM GMT
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Swadesh Digital

स्वदेश वेब डेस्क www.swadeshnews.in


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