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चिडिय़ाघर में आएगी मादा तेन्दुआ, बदले में गांधी प्राणी उद्यान देगा बाघ

बायोलॉजिकल पार्क से आएंगे भेडिय़ा, लोमड़ी, जोधपुर से मिलेगा चिंकारा का जोड़ा

चिडिय़ाघर में आएगी मादा तेन्दुआ, बदले में गांधी प्राणी उद्यान देगा बाघ
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ग्वालियर,न.सं.। अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही गांधी वन्य प्राणी उद्यान में जल्द ही नौ नए मेहमान आने वाले हैं। इसके लिए पूरी योजना तैयार कर ली गई है। इस योजना के तहत गांधी प्राणी उद्यान से एक बाघ व एक मादा मगरमच्छ को भेजकर कई जानवरों को चिडिय़ाघर में चिंकारा, भेडिय़ा, लोमड़ी, तेंदुआ लाएं जाएंगे। ग्वालियर-जयपुर व जोधपुर के बीच जानवरों की अदला बदली का करार हो चुका है। बस अगस्त माह में होने वाली केन्द्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण की बैठक में अनुमति मिलना बाकी है।

प्रबंधन की मानें तो चिडिय़ाघर में जानवरों की संख्या बढ़ाने पर काम किया जा रहा है। इसके लिए जानवरों की अदला बदली की जाती है ताकि इनका प्रजनन बढ़ सके। चिडिय़ाघर में नगर निगम ने माचिया जोधपुर से 4 मादा एवं 2 नर चिंकारा हिरण मंगाए हैं। इसके बदले मादा मगरमच्छ भेजी जाएगी। क्योंकि चिडिय़ाघर में मगरमच्छों की संख्या ज्यादा है। वहीं जयपुर के बायोलोजिकल पार्क से एक जोड़ा भेडिय़ा, एक जोड़ा लोमड़ी व एक मादा तेन्दुआ मंगाया है। इसके बदले ग्वालियर से एक नर बाघ दिया जाएगा।

मंजूरी मिली, अगस्त के बाद आ सकते है

इन वन्य प्राणियों को लाने के लिए दोनों ही चिडिय़ाघर प्रबंधन से मंजूरी मिल चुकी है। लेकिन बिना केन्द्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण की अनुमति से इन वन्य प्राणियों को नहीं लाया जा सकता है। सभी चिडिय़ाघर प्रबंधन ने दिल्ली में होने वाली बैठक के लिए प्रस्ताव बनाकर भेज दिया है। बैठक में अनुमति मिलते ही वन्य प्राणियों की अदला-बदली का जाएगी।

निगमायुक्त आज करेंगे नए चिडिय़ाघर के लिए आवंटित जमीन को

निगमायुक्त किशोर कान्याल शुक्रवार को गुड़ी-गुड़ा के नाके के पास स्थित नए चिडिय़ाघर के लिए आंवटित जमीन का निरीक्षण करेंगे। साथ अगर वहां पर अतिक्रमण होगा, तो उसे हटाने की कार्रवाई भी की जाएगी।

नगर निगम का फूलबाग में कई दशकों पहले बनाया गया चिडिय़ाघर है। जो यहां बेहद छोटे स्थान में है। इसके कारण यहां पर रहने वाले वन्य प्राणियों को बेहद कम जगह में रहना पड़ता है। जिससे जानवर तनाव में भी रहते हैं। जानवरों का तनाव दूर करने व गिद्दों के लिए प्रजनन केंद्र व घायल वन्य जीवों के लिए रेस्क्यू सेंटर बनाया जाना था। वन विभाग से मिलने वाली जमीन के बदले नगर निगम दुगनावली में वन विभाग को 20 हेक्टेयर भूमि दे रहा है।

इनका कहना है

दोनों चिडिय़ाघर से वन्यप्राणियों की अदला-बदली के लिए मंजूरी मिल गई है। अगले माह में वन्यप्राणियों को लाने की प्रक्रिया शुरु की जाएगी।

किशोर कान्याल

निगमायुक्त

Updated : 24 Jun 2022 8:24 AM GMT
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स्वदेश डेस्क

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